स्वामी ओम 'बिग बॉस' के घर की कप्तानी के दावेदार बन गए हैं.
नई दिल्ली:
'बिग बॉस' के घर में 80वां दिन स्वामी ओम के ड्रामे से शुरू हुआ, उन्होंने एक पेपर पर 'बीबी व्यूवर्स, मुझे माफ करो और प्लीज मुझे वोट करो' और उस पेपर को अपने कपड़े पर लगाकर घर में घूमते रहे. इसके बाद 'बिग बॉस' ने मालगाड़ी टास्क फिर से शुरू होने की घोषणा की.
टास्क शुरू करने का बजर बजने से पहले ही स्वामी ओम खाना लेकर मालगाड़ी में बैठ गए. बैठते ही उन्होंने नितिभा की चादर छीन ली, जब उन्होंने चादर वापस मांगी तो कहने लगे कि वह उनकी नहीं 'बिग बॉस' की है इसलिए वह वापस नहीं करेंगे. कुछ देर बाद ही स्वामी ओम ने नितिभा की छतरी छीन ली और देने से इनकार करने लगे. इससे गुस्से में आए मनु ने छाता वापस छीनने में नितिभा की मदद की. इस छीना-झपटी में स्वामी ओम को चोट लग गई और खून बहने लगा. वह मालगाड़ी में ही अपना खून छिड़कने लगे.
'बिग बॉस' ने उन्हें कंफेशन रूम में बुलाया जहां वह रोते हुए शिकायत करने लगे कि मनु और नितिभा ने उनके साथ गुंडागर्दी की है और उन्हें घर से निकाला जाना चाहिए. लेकिन 'बिग बॉस' ने उन्हें फटकार लगाई कि उन्होंने टास्क के नियमों का उल्लंघन किया और टास्क से बाहर होने के बाद भी मालगाड़ी में चढ़ गए.
अंतत: टास्क दोबारा शुरू हुआ और रोहन और मोना ने मनवीर, मनु और नितिभा को बारी-बारी से जेल से रिहा कर 'बिग बॉस' को सौंप दिया. इसके बाद टास्क खत्म होने की घोषणा की और मोना से कहा कि वह घरवालों को बताएं कि उन्होंने और रोहन ने किस घरवाले की कितनी कीमत लगाई थी. इसके बाद उन्होंने घोषणा की कि इस टास्क के जरिए घरवालों ने प्राइज मनी 43, 99, 206 रुपये बढ़ा ली है. उन्होंने यह भी घोषणा की कि बानी और स्वामी ओम कप्तानी के दावेदार हैं.
इसके बाद मनु, मनवीर, लोपा और अन्य घरवाले स्वामी ओम का मजाक उड़ाने लगे कि उनकी कीमत केवल 444 रुपये है. बाद में लोपा रोहन से यह कहती दिखीं कि प्राइज मनी बढ़ाने में बानी का कोई योगदान नहीं रहा है इसलिए उन्हें कैप्टन बनाकर वह उन्हें एक सप्ताह की इम्युनिटी नहीं देंगी. वहीं रोहन ने कहा कि वह स्वामी ओम को घर के कप्तान के रूप में नहीं देख सकते. इसलिए वह बानी को ही सपोर्ट करेंगे.
इसके कुछ देर बाद ही 'बिग बॉस' ने एक और टास्क घरवालों को दिया. उन्हें तय समय में घर के अलग-अलग हिस्सों में सेल्फी लेनी थी, इस टास्क के लिए स्वामी ओम को डायरेक्टर और मनवीर को असिस्टेंट डायरेक्टर बनाया गया. टास्क शुरू होते ही स्वामी ओम ने डिक्लेयर कर दिया कि वह हर सेल्फी का हिस्सा रहेंगे. उन्हें रोकने की कोशिश में मनु-मनवीर की उनसे लड़ाई भी हो गई. देर रात स्वामी ओम ने नितिभा, मनवीर और मनु के सामने घर का कप्तान बनने की इच्छा जाहिर की और उनसे अपने लिए वोट भी मांगा. हालांकि मनवीर ने कहा कि वह कप्तान बनने के लायक नहीं हैं.
टास्क शुरू करने का बजर बजने से पहले ही स्वामी ओम खाना लेकर मालगाड़ी में बैठ गए. बैठते ही उन्होंने नितिभा की चादर छीन ली, जब उन्होंने चादर वापस मांगी तो कहने लगे कि वह उनकी नहीं 'बिग बॉस' की है इसलिए वह वापस नहीं करेंगे. कुछ देर बाद ही स्वामी ओम ने नितिभा की छतरी छीन ली और देने से इनकार करने लगे. इससे गुस्से में आए मनु ने छाता वापस छीनने में नितिभा की मदद की. इस छीना-झपटी में स्वामी ओम को चोट लग गई और खून बहने लगा. वह मालगाड़ी में ही अपना खून छिड़कने लगे.
'बिग बॉस' ने उन्हें कंफेशन रूम में बुलाया जहां वह रोते हुए शिकायत करने लगे कि मनु और नितिभा ने उनके साथ गुंडागर्दी की है और उन्हें घर से निकाला जाना चाहिए. लेकिन 'बिग बॉस' ने उन्हें फटकार लगाई कि उन्होंने टास्क के नियमों का उल्लंघन किया और टास्क से बाहर होने के बाद भी मालगाड़ी में चढ़ गए.
अंतत: टास्क दोबारा शुरू हुआ और रोहन और मोना ने मनवीर, मनु और नितिभा को बारी-बारी से जेल से रिहा कर 'बिग बॉस' को सौंप दिया. इसके बाद टास्क खत्म होने की घोषणा की और मोना से कहा कि वह घरवालों को बताएं कि उन्होंने और रोहन ने किस घरवाले की कितनी कीमत लगाई थी. इसके बाद उन्होंने घोषणा की कि इस टास्क के जरिए घरवालों ने प्राइज मनी 43, 99, 206 रुपये बढ़ा ली है. उन्होंने यह भी घोषणा की कि बानी और स्वामी ओम कप्तानी के दावेदार हैं.
इसके बाद मनु, मनवीर, लोपा और अन्य घरवाले स्वामी ओम का मजाक उड़ाने लगे कि उनकी कीमत केवल 444 रुपये है. बाद में लोपा रोहन से यह कहती दिखीं कि प्राइज मनी बढ़ाने में बानी का कोई योगदान नहीं रहा है इसलिए उन्हें कैप्टन बनाकर वह उन्हें एक सप्ताह की इम्युनिटी नहीं देंगी. वहीं रोहन ने कहा कि वह स्वामी ओम को घर के कप्तान के रूप में नहीं देख सकते. इसलिए वह बानी को ही सपोर्ट करेंगे.
इसके कुछ देर बाद ही 'बिग बॉस' ने एक और टास्क घरवालों को दिया. उन्हें तय समय में घर के अलग-अलग हिस्सों में सेल्फी लेनी थी, इस टास्क के लिए स्वामी ओम को डायरेक्टर और मनवीर को असिस्टेंट डायरेक्टर बनाया गया. टास्क शुरू होते ही स्वामी ओम ने डिक्लेयर कर दिया कि वह हर सेल्फी का हिस्सा रहेंगे. उन्हें रोकने की कोशिश में मनु-मनवीर की उनसे लड़ाई भी हो गई. देर रात स्वामी ओम ने नितिभा, मनवीर और मनु के सामने घर का कप्तान बनने की इच्छा जाहिर की और उनसे अपने लिए वोट भी मांगा. हालांकि मनवीर ने कहा कि वह कप्तान बनने के लायक नहीं हैं.
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