मुंबई:
उरी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ उठ रही तमाम आवाज़ों में एक विरोध पड़ोसी देश के कलाकारों का भी हो रहा है जो भारत में काम कर रहे हैं. फवाद ख़ान, माहिरा ख़ान, अली ज़फर समेत तमाम अभिनेताओं और गायकों को पाकिस्तान वापस भेजने की मांग उठाई जा रही है. इस बीच एक कार्यक्रम के दौरान जब अभिनेता सलमान ख़ान से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी कलाकार आतंकवादी नहीं हैं, वह वीज़ा लेकर भारत आते हैं.
देखें - सलमान ने क्या कहा
उरी हमले के जवाब में हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सलमान ने कहा 'आदर्श स्थिति तो अमन और चैन की होनी चाहिए लेकिन अब जो हुआ है तो ज़ाहिर है एक्शन का रिएक्शन तो होगा ही. फिर भी इस माहौल में अगर प्यार, मोहब्बत और अमन से रहें तो सबके लिए बेहतर होगा, खासतौर पर आम आदमी के लिए.'
जब सलमान से पूछा गया कि मुंबई में पाकिस्तानी कलाकारों के वापस जाने की मांग उठ रही है तो जवाब था - ये कलाकार हैं, वो आतकंवादी हैं. यह दोनों अलग अलग बातें हैं. क्या कलाकार आतंकवादी होते हैं. कलाकार यहां वीज़ा लेकर आते हैं और उन्हें वीज़ा हमारी सरकार देती हैं, वर्क परमिट हमारी सरकार देती है.
गुरुवार को फिल्म निर्माताओं के संगठन ‘इंडियन मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन’(इम्पा) ने एक प्रस्ताव पारित कर पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने पर रोक लगा दी. इम्पा के अध्यक्ष और निर्माता टीपी अग्रवाल ने अपने बयान में कहा था कि‘इस संस्था के सदस्य निर्माता किसी पाकिस्तानी कलाकार को अपनी फिल्मों में नहीं लेंगे.’
फिल्म निर्माता और इम्पा के सदस्य अशोक पंडित ने कहा था कि ‘इम्पा उरी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देता है. यह महसूस किया गया कि इसकी राष्ट्र की तरफ भी जिम्मेदारी है और प्रस्ताव पारित किया गया कि हालात सामान्य होने तक पाकिस्तानी कलाकारों और टेक्नीशियन पर प्रतिबंध रहेगा.’उरी हमले के अगले दिन राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने पाकिस्तानी कलाकारों को 48 घंटे भीतर देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया था.
देखें - सलमान ने क्या कहा
उरी हमले के जवाब में हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सलमान ने कहा 'आदर्श स्थिति तो अमन और चैन की होनी चाहिए लेकिन अब जो हुआ है तो ज़ाहिर है एक्शन का रिएक्शन तो होगा ही. फिर भी इस माहौल में अगर प्यार, मोहब्बत और अमन से रहें तो सबके लिए बेहतर होगा, खासतौर पर आम आदमी के लिए.'
जब सलमान से पूछा गया कि मुंबई में पाकिस्तानी कलाकारों के वापस जाने की मांग उठ रही है तो जवाब था - ये कलाकार हैं, वो आतकंवादी हैं. यह दोनों अलग अलग बातें हैं. क्या कलाकार आतंकवादी होते हैं. कलाकार यहां वीज़ा लेकर आते हैं और उन्हें वीज़ा हमारी सरकार देती हैं, वर्क परमिट हमारी सरकार देती है.
गुरुवार को फिल्म निर्माताओं के संगठन ‘इंडियन मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन’(इम्पा) ने एक प्रस्ताव पारित कर पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने पर रोक लगा दी. इम्पा के अध्यक्ष और निर्माता टीपी अग्रवाल ने अपने बयान में कहा था कि‘इस संस्था के सदस्य निर्माता किसी पाकिस्तानी कलाकार को अपनी फिल्मों में नहीं लेंगे.’
फिल्म निर्माता और इम्पा के सदस्य अशोक पंडित ने कहा था कि ‘इम्पा उरी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देता है. यह महसूस किया गया कि इसकी राष्ट्र की तरफ भी जिम्मेदारी है और प्रस्ताव पारित किया गया कि हालात सामान्य होने तक पाकिस्तानी कलाकारों और टेक्नीशियन पर प्रतिबंध रहेगा.’उरी हमले के अगले दिन राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने पाकिस्तानी कलाकारों को 48 घंटे भीतर देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया था.
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