फिल्म से ली गई तस्वीर
नई दिल्ली:
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान आज जरूर फिल्मों की सफलता की गारंटी बन गए हों, लेकिन 1989 में राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में काम करने के लिए न केवल उन्हें सख्त स्क्रीन टेस्ट से गुजरना पड़ा, बल्कि उस रोल के लिए अभिनेता कुणाल गोस्वामी और दीपक तिजोरीवाला को शॉर्टलिस्ट किया जा चुका था।
पेंगुइन प्रकाशन की पुस्तक ‘ऐसे क्यों हैं सलमान’ में कहा गया है कि सलमान की किस्मत का सितारा पहली बार 1989 में उस वक्त चमका जब बतौर हीरो उनकी फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ रिलीज हुई। इस फिल्म की कामयाबी ने उन्हें बॉलीवुड का सुपरस्टार बना दिया, लेकिन यह फिल्म सलमान को काफी मशक्कत के बाद मिली और आज की स्थिति से परे उन्हें कठिन स्क्रीन टेस्ट देना पड़ा था।
इसमें बताया गया है कि राजश्री प्रोडक्शन में निर्माता-निर्देशक ताराचंद बड़जात्या के पोते सूरज बड़जात्या उन दिनों अपनी पहली फिल्म बना रहे थे। इस फिल्म में लीड रोल के लिए उन्होंने कुणाल गोस्वामी और दीपक तिजोरीवाला का नाम शॉर्टलिस्ट किया था। लेखक जसीम खान पुस्तक में सलमान के हवाले से बताते हैं, 'मैं सूरज से मिलने नहीं जा रहा था, लेकिन हनी अंकल ने कहा, जाओ मिल आओ। सूरज ने बताया कि उन्होंने दो नाम शॉर्टलिस्ट कर लिए हैं।'
पुस्तक में बताया गया है कि ‘मैंने प्यार किया’ के इस रोल के लिए सलमान की पहली सिफारिश सलीम खान के लेखन सहायक हनी गुप्ता ने की थी। इसके लिए दूसरी सिफारिश करने वाली मॉडल शबाना दत्ता थीं, जिन्होंने उस फिल्म में उस रोल के लिए ऑडिशन दिया था, जिसे पर्दे पर बाद में भाग्यश्री ने निभाया था। उनके लिए तीसरी सिफारिश भाग्यश्री के लिए पटकथा लिखने वाले लेखक कमर नकवी ने की थी।
पुस्तक में कहा गया है कि इसके बावजूद सूरज बड़जात्या ने उन्हें मुंबई के वर्ली में राजश्री फिल्म के बंगले में बुलाया और पूरे दिन सलमान का स्क्रीन टेस्ट किया गया। इसके बाद सूरज ने एक बार फिर सलमान और भाग्यश्री को एक सीन शूट करने के लिए अपने ऑफिस में बुलाया। दरअसल, वे दोनों की ऑन स्क्रीन केमेस्ट्री देखना चाहते थे।
पेंगुइन प्रकाशन की पुस्तक ‘ऐसे क्यों हैं सलमान’ में कहा गया है कि सलमान की किस्मत का सितारा पहली बार 1989 में उस वक्त चमका जब बतौर हीरो उनकी फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ रिलीज हुई। इस फिल्म की कामयाबी ने उन्हें बॉलीवुड का सुपरस्टार बना दिया, लेकिन यह फिल्म सलमान को काफी मशक्कत के बाद मिली और आज की स्थिति से परे उन्हें कठिन स्क्रीन टेस्ट देना पड़ा था।
इसमें बताया गया है कि राजश्री प्रोडक्शन में निर्माता-निर्देशक ताराचंद बड़जात्या के पोते सूरज बड़जात्या उन दिनों अपनी पहली फिल्म बना रहे थे। इस फिल्म में लीड रोल के लिए उन्होंने कुणाल गोस्वामी और दीपक तिजोरीवाला का नाम शॉर्टलिस्ट किया था। लेखक जसीम खान पुस्तक में सलमान के हवाले से बताते हैं, 'मैं सूरज से मिलने नहीं जा रहा था, लेकिन हनी अंकल ने कहा, जाओ मिल आओ। सूरज ने बताया कि उन्होंने दो नाम शॉर्टलिस्ट कर लिए हैं।'
पुस्तक में बताया गया है कि ‘मैंने प्यार किया’ के इस रोल के लिए सलमान की पहली सिफारिश सलीम खान के लेखन सहायक हनी गुप्ता ने की थी। इसके लिए दूसरी सिफारिश करने वाली मॉडल शबाना दत्ता थीं, जिन्होंने उस फिल्म में उस रोल के लिए ऑडिशन दिया था, जिसे पर्दे पर बाद में भाग्यश्री ने निभाया था। उनके लिए तीसरी सिफारिश भाग्यश्री के लिए पटकथा लिखने वाले लेखक कमर नकवी ने की थी।
पुस्तक में कहा गया है कि इसके बावजूद सूरज बड़जात्या ने उन्हें मुंबई के वर्ली में राजश्री फिल्म के बंगले में बुलाया और पूरे दिन सलमान का स्क्रीन टेस्ट किया गया। इसके बाद सूरज ने एक बार फिर सलमान और भाग्यश्री को एक सीन शूट करने के लिए अपने ऑफिस में बुलाया। दरअसल, वे दोनों की ऑन स्क्रीन केमेस्ट्री देखना चाहते थे।
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