मोनिका बेदी इन दिनों पंजाबी फिल्मों में काम कर रही हैं.
नई दिल्ली:
पंजाब के होशियारपुर में 18 जनवरी, 1975 को जन्मीं मोनिका बेदी अपना 41वां जन्मदिन मना रही हैं. बचपन से फिल्मों की शौकीन मोनिका आज मनोरंजन जगत का जाना माना चेहरा हैं लेकिन उनकी जिंदगी से जुड़ी जिस बात के लिए उन्हें सबसे ज्यादा जाना जाता है वह है अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम से उनका रिश्ता. अब मोनिका और अबू सलेम साथ नहीं हैं, अबू पुलिस हिरासत में है, कुछ सालों पहले उसने चलती ट्रेन में एक लड़की से शादी कर ली थी वहीं मोनिका भी अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुकी हैं.
ऐसे हुआ दोनों में प्यार
साल 2014 में फिल्मफेयर को दिए एक इंटरव्यू में मोनिका ने बताया था कि अबू से उनका संपर्क फोन के जरिए हुआ था. उस वक्त वह दुबई में थीं और अबू ने अपना परिचय किसी दूसरे नाम से एक बिजनेसमैन के तौर पर करवाया था. इसके बाद दोनों की फोन पर बातें होने लगीं. इंटरव्यू में मोनिका ने बताया था कि उन्हें अबू की आवाज से प्यार हो गया था, वह उसके फोन का इंतजार किया करती थीं. करीब 9 महीनों तक फोन पर बात करने के बाद मोनिका अबू से मिलने दुबई गईं वहां उसने बताया कि उसका असली नाम अबू सलेम है. मोनिका के मुताबिक उस वक्त उन्हें नहीं पता था कि अबू सलेम कौन है. मोनिका अबू से मिलने दुबई जाती थी लेकिन अबू उससे मिलने मुंबई आने के लिए तैयार नहीं हुआ. अबू को 1993 में हुए मुंबई बम ब्लास्ट, संगीतकार गुलशन कुमार की मौत का दोषी पाया गया थी और वह फरार चल रहा था. वह यूएस में जाकर रहने लगा और मोनिका को भी वहां बुला लिया. वहां जाने के बाद मोनिका को अहसास हुआ कि अब वह वापस नहीं लौट सकतीं.
गिरफ्तारी और अलगाव
साल 2002 में अबू और मोनिका को पुर्तगाल में फर्जी पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया. वहां से साल 2005 में दोनों को भारत के हवाले किया गया. भारत आने के बाद मोनिका को अबू पर लगे आरोपों के बारे में पता चला और उन्होंने तय कर लिया कि एक इंसान के लिए वह अपने परिवार, अपने देश के खिलाफ नहीं जा सकती हैं. उन्होंने अबू से अलग होने का फैसला कर लिया. बाद में भारत की अदालत ने मोनिका को फर्जी पासपोर्ट के साथ सफर करने का दोषी पाया और साल 2007 में उन्हें जमानत पर रिहा किया गया. साल 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने मोनिका की सजा को बरकरार रखा लेकिन सजा की अवधि कम कर दी. जेल से छूटने के बाद मोनिका पंजाब में अपने गांव में रहने लगीं लेकिन वह किसी पर बोझ नहीं बनना चाहती थीं. मुंबई में भी मोनिका को घर ढूंढने में काफी परेशानी हुई, लोग उन्हें घर में रखने को तैयार नहीं होते, दोस्तों ने उन्हें साथ रखने से मना कर दिया.
ऐसे बदली जिंदगी
मोनिका बेदी को साल 2008 में 'बिग बॉस' के दूसरे सीजन में हिस्सा लेने का मौका मिला. 'बिग बॉस' के जरिए लोगों ने असली मोनिका को देखा और उनकी जिंदगी बदल गई. मोनिका ने कई रियलिटी शोज़ में हिस्सा लिया और अपनी कमाई से उन्होंने मुंबई में अपने लिए एक घर भी खरीद लिया. संजय लीला भंसाली के शो 'सरस्वतीचंद्र' में गुमान के किरदार ने उन्हें एक नई पहचान दी. इन दिनों मोनिका पंजाबी सिनेमा में व्यस्त हैं.
ऐसे हुआ दोनों में प्यार
साल 2014 में फिल्मफेयर को दिए एक इंटरव्यू में मोनिका ने बताया था कि अबू से उनका संपर्क फोन के जरिए हुआ था. उस वक्त वह दुबई में थीं और अबू ने अपना परिचय किसी दूसरे नाम से एक बिजनेसमैन के तौर पर करवाया था. इसके बाद दोनों की फोन पर बातें होने लगीं. इंटरव्यू में मोनिका ने बताया था कि उन्हें अबू की आवाज से प्यार हो गया था, वह उसके फोन का इंतजार किया करती थीं. करीब 9 महीनों तक फोन पर बात करने के बाद मोनिका अबू से मिलने दुबई गईं वहां उसने बताया कि उसका असली नाम अबू सलेम है. मोनिका के मुताबिक उस वक्त उन्हें नहीं पता था कि अबू सलेम कौन है. मोनिका अबू से मिलने दुबई जाती थी लेकिन अबू उससे मिलने मुंबई आने के लिए तैयार नहीं हुआ. अबू को 1993 में हुए मुंबई बम ब्लास्ट, संगीतकार गुलशन कुमार की मौत का दोषी पाया गया थी और वह फरार चल रहा था. वह यूएस में जाकर रहने लगा और मोनिका को भी वहां बुला लिया. वहां जाने के बाद मोनिका को अहसास हुआ कि अब वह वापस नहीं लौट सकतीं.
गिरफ्तारी और अलगाव
साल 2002 में अबू और मोनिका को पुर्तगाल में फर्जी पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया. वहां से साल 2005 में दोनों को भारत के हवाले किया गया. भारत आने के बाद मोनिका को अबू पर लगे आरोपों के बारे में पता चला और उन्होंने तय कर लिया कि एक इंसान के लिए वह अपने परिवार, अपने देश के खिलाफ नहीं जा सकती हैं. उन्होंने अबू से अलग होने का फैसला कर लिया. बाद में भारत की अदालत ने मोनिका को फर्जी पासपोर्ट के साथ सफर करने का दोषी पाया और साल 2007 में उन्हें जमानत पर रिहा किया गया. साल 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने मोनिका की सजा को बरकरार रखा लेकिन सजा की अवधि कम कर दी. जेल से छूटने के बाद मोनिका पंजाब में अपने गांव में रहने लगीं लेकिन वह किसी पर बोझ नहीं बनना चाहती थीं. मुंबई में भी मोनिका को घर ढूंढने में काफी परेशानी हुई, लोग उन्हें घर में रखने को तैयार नहीं होते, दोस्तों ने उन्हें साथ रखने से मना कर दिया.
ऐसे बदली जिंदगी
मोनिका बेदी को साल 2008 में 'बिग बॉस' के दूसरे सीजन में हिस्सा लेने का मौका मिला. 'बिग बॉस' के जरिए लोगों ने असली मोनिका को देखा और उनकी जिंदगी बदल गई. मोनिका ने कई रियलिटी शोज़ में हिस्सा लिया और अपनी कमाई से उन्होंने मुंबई में अपने लिए एक घर भी खरीद लिया. संजय लीला भंसाली के शो 'सरस्वतीचंद्र' में गुमान के किरदार ने उन्हें एक नई पहचान दी. इन दिनों मोनिका पंजाबी सिनेमा में व्यस्त हैं.
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