पीएम मोदी (फाइल फोटो)
पीएम मोदी ने आज भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान अपनी सामान्य शैली से हटकर उन्होंने 140 करोड़ भारतीय नागरिकों को "परिवारजन" या "परिवार के सदस्य" कहकर संबोधित किया.
पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि मणिपुर में समाधान का रास्ता शांति से निकलेगा. केंद्र और राज्य सरकार समाधान के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है और आगे भी करती रहेगी.
इस अवधि में हमारे निर्णय और बलिदान अगले 1,000 वर्षों पर प्रभाव डालेंगे. भारत नये आत्मविश्वास और संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है. जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और विविधता में देश के सभी सपनों को साकार करने की क्षमता है.
'अगर' और मगर की स्थिति नहीं, बल्कि आत्मविश्वास पैदा हुआ है. हम इस अवसर को नहीं चूक सकते. भारत के उत्थान और विकास के परिणामस्वरूप देश में नए सिरे से वैश्विक विश्वास पैदा हो रहा है. दुनिया प्रौद्योगिकी-संचालित है और प्रौद्योगिकी में अपनी प्रतिभा के साथ भारत की वैश्विक मंच पर एक नई भूमिका और प्रभाव होगा.
भारत की सबसे बड़ी क्षमता है भरोसा - लोगों का सरकार पर भरोसा, देश के उज्ज्वल भविष्य पर भरोसा और दुनिया का भारत पर भरोसा.
भारत में सिलसिलेवार धमाकों का युग ख़त्म हो गया है. आज देश में आतंकी हमलों में कमी देखी जा रही है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी भारी बदलाव देखा गया है.
वैश्विक विशेषज्ञ कह रहे हैं कि भारत अब नहीं रुकेगा, सभी रेटिंग एजेंसियां देश की तारीफ कर रही हैं. बदलती दुनिया को आकार देने में भारतीय लोगों की क्षमताएं स्पष्ट हैं.
2014 में लोगों ने तय किया कि देश को आगे ले जाने के लिए एक स्थिर और मजबूत सरकार चाहिए. भारत को अस्थिरता के युग से मुक्ति मिली.
'राष्ट्र प्रथम' हमारी नीतियों का आधार है. लोगों ने 2014 और 2019 में ऐसी सरकार बनाई जिसने मुझे सुधार करने की ताकत दी.
हमने कोविड महामारी के दौरान 200 करोड़ टीकाकरण किये. हमारे आंगनवाड़ी और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने इसे संभव बनाया. हमने सबसे तेजी से 5G लॉन्च किया और अब हम 6G की भी तैयारी कर रहे हैं. हमने अपने नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य हासिल कर लिये हैं. यह सरकार समय सीमा से पहले अपने सभी लक्ष्य पूरे कर लेगी.
अंतरिक्ष से लेकर गहरे समुद्री मिशन, वंदे भारत ट्रेन, इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो ट्रेन, गांवों को इंटरनेट और सेमीकंडक्टर निर्माण तक - हम हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं. भारत अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है. सरकार जिन परियोजनाओं का शिलान्यास करती है, उनका उद्घाटन भी करती है, हमारा लक्ष्य बड़ा और दूर तक है.