चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव को दिया जवाब
- चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव के दावे को खारिज करते हुए कहा कि उनकी नामांकन सूची में नाम दर्ज है
- आयोग के अनुसार तेजस्वी यादव द्वारा साझा किया गया EPIC नंबर अमान्य पाया गया है
- तेजस्वी यादव के दो वोटर कार्ड होने की संभावना पर चुनाव आयोग जांच कर रहा है
चुनाव आयोग ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि SIR की पहली लिस्ट में उनका नाम नहीं है. चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों के अनुसार SIR की पहली लिस्ट में तेजस्वी यादव का यह दावा गलत है. जो पहली लिस्ट जारी की गई है उसमें उनका नाम दर्ज है. आयोग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी यादव ने जो EPIC नंबर साझा किया है वो सही नहीं है. आयोग के आंकड़ों के अनुसार यह एपिक नंबर ही अमान्य है.
चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हो सकता है कि तेजस्वी यादव के पास दो वोटर कार्ड हो. हालांकि, अब इस पूरे मामले की जांच कर रहा है. अगर तेजस्वी यादव के बाद फर्जी कार्ड मिला तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. तेजस्वी यादव के दावे को लेकर पटना के डीएम ने भी एक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा है कि कुछ समाचार माध्यमों से यह ज्ञात हुआ है कि माननीय नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम विशेष गहन पुनरीक्षण के प्रारूप मतदाता सूची में नहीं है.इस बारे में जिला प्रशासन, पटना द्वारा जांच की गई. इसमें यह स्पष्ट हुआ है कि माननीय नेता प्रतिपक्ष का नाम प्रारूप मतदाता सूची में दर्ज है. वर्तमान में उनका नाम मतदान केन्द्र संख्या 204, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन, क्रम संख्या 416 पर अंकित है. पूर्व में उनका नाम बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन, मतदान केन्द्र संख्या 171, क्रम संख्या 481 पर दर्ज था.
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने तेजस्वी यादव के दावों को झूठा बताते हुए कहा, -तेजस्वी यादव का यह दावा कि उनका नाम मतदाता सूची से गायब है, ये बरत पूरी तरह गलत है. उनका नाम क्रमांक 416 पर दर्ज है. कुछ भी कहने से पहले तथ्यों की जांच जरूर कर लिया करें. जानबूझकर गलत सूचना फैलाना सही नहीं है.
🚨 Fake News Alert 🚨
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 2, 2025
Tejashwi Yadav's claim that his name is missing from the electoral roll post Special Intensive Revision is false.
His name appears at Serial Number 416.
Please verify facts before amplifying misinformation.
Deliberate attempts to mislead voters must be… https://t.co/Nh4G0i4JTP pic.twitter.com/UkJZYL4qJZ
आपको बता दें कि तेजस्वी यादव ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये दावा किया था कि चुनाव आयोग ने शुक्रवार को जो वोटर लिस्ट जारी की है उसमें उनका ही नाम नहीं है. उन्होंने इसे लेकर कहा है कि चुनाव आयोग के इस पहले ड्राफ्ट में तो मेरा नाम भी नहीं है. जब मैंने अपना नाम चेक करने की कोशिश की तो वहां नो रिकॉर्ड फाउंड का मैसेज आया. अब ऐसे में जब वोटर लिस्ट में मेरा ही नाम नहीं है तो मैं चुनाव कैसे लडूंगा?
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि आयोग ने 65 लाख लोगों के नाम काटे हैं, तो क्या आयोग के द्वारा इन लोगों को नोटिस दिया गया है. चुनाव आयोग ने क्या इनको समय दिया है. इस ड्राफ्ट को देखने के बाद ये साफ दिख रहा है कि आयोग टारगेटेड काम कर रहा है. हम आयोग से ये जानना चाहते हैं कि वह पारदर्षिता क्यों नहीं रख पा रही है. मेरे साथ काम करने वाले कई मेरे स्टाफ का नाम भी इस लिस्ट में नहीं है.
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