जम्मू-कश्मीर के पुलवामा (Pulwama IED Blast) में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर ऐसा आत्मघाती आतंकी हमला हुआ है, जिसने देश को सदमें में डाल दिया. करीब 2500 जवानों के काफिले में से एक बस को आतंकी ने 350 किलो से भरी कार से टक्कर मारी और इसमें सीआरपीएफ (Central Reserve Police Force) के 40 जवान शहीद हो गए हैं. जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और इसके आतंकी आदिल अहमद डार ने सीआरपीएफ काफिले पर हमले को अंजाम देने के लिए 350 किलो IED (Improvised Explosive Device) का इस्तेमाल किया. इस हमले के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सहित कई राजनेताओं ने हमले की निंदा की है. रिपोर्ट के अनुसार उरी के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है. घायलों का श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है. सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों को ले जा रही बस को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया था. हमले में कई अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.
10 Points of Terror Attack in Jammu Kashmir's Pulwama: पुलवामा हमले की 10 बातें
श्रीनगर से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अवंतीपुरा में अति सुरक्षित हाईवे पर आतंकी ने इस पुलवामा हमले को अंजाम दिया है. बताया जा रहा है कि करीब 2500 जवान अलग-अलग बसों से जा रहे थे. तभी जैश-ए- मोहम्मद के आतंकी ने स्कॉर्पियो कार से सीआरपीएफ के काफिले में से एक बस में टक्कर मार दी, जिसमें करीब 40 जवान शहीद हो गए. इस कार में 350 किलो विस्फोटक रखा गया था.
यह काफिला कथित तौर पर आज सुबह 3.30 बजे जम्मू से रवाना हुआ. आत्मघाती हमलावर, विपरीत दिशा से काफिले की ओर जा रहा था, जिसने सीआरपीएफ जवानों के एक बस को टक्कर मार दी. भारी विस्फोट ने इतना बड़ा धमाका किया कि अचानक सन्नाटा छा गया.
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाकर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसे आत्मघाती हमला बताया है. बता दें कि यह हमला श्रीनगर से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है. रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस बीच पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सहलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से भी बात की.
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक पुलिस ने आतंकी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के रूप में की है. उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था. पुलिस ने बताया कि जैश आतंकी आदिल ने स्कॉर्पियो से सीआरपीएफ के बस में टक्कर मारी थी. आतंकी आदिल ने जिस गाड़ी से टक्कर मारी उसमें 350 किलो विस्फोटक थे.
पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों पर हमला कायरता है. मैं इस नृशंस हमले की कड़ी निंदा करता हूं. हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. पूरा देश बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने ट्वीट करके कहा, एक सैनिक और भारत का नागरिक होने के नाते इन कायरतापूर्ण हमलों को लेकर मेरा ख़ून खौल रहा है. CRPF के 18 बहादुर जवानों ने पुलवामा में अपनी जान क़ुर्बान कर दी. मैं उनकी क़ुर्बानी को सलाम करता हूं और वादा करता हूं कि हमारे जवानों के ख़ून के हर कतरे का बदला लिया जाएगा. जय हिंद.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हमले की निंदा की. उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं CRPF काफ़िले पर कायराना हमले से परेशान हूं. शहीदों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.
प्रियंका गांधी ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘आज जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के हाथ अब तक शहीद हुए जवानों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं, दुख प्रकट करती हूं. उनके परिवारों की वेदना मैं अच्छी तरह समझती हूं. मैं जानती हूं इस शोक की घड़ी में सांत्वना के शब्द पर्याप्त नहीं होते, फिर भी शहीद परिवार के पीछे न केवल कांग्रेस बल्कि पूरा देश खड़ा है.'उन्होंने कहा, ‘जम्मू कश्मीर में आए दिन हमारे जवान शहीद हो रहे हैं, जो गहरी चिंता का विषय है. मैं सरकार से मांग करती हूं कि इन घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं.'
दरअसल, पुलवामा हमले को उरी अटैक के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है. उरी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे.
भारत में अमेरिकी राजदूत ने कहा, 'अमेरिकी दूतावास जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले की कड़ी आलोचना करता है. हमें पीड़ितों के परिवारों के लिए अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं. अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ और उसे हराने के लिए भारत के साथ खड़ा है.'