प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा किया, इस दौरान उन्होंने गाजीपुर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. पिछले दो महीने में अपने निर्वाचन क्षेत्र में उनकी यह दूसरी यात्रा थी. अपने पूरे कार्यकाल में पीएम मोदी ने कुल 16 बार वाराणसी का दौरा किया है. वैसे तो इस दौरे में पीएम मोदी गाजीपुर में कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया लेकिन राजनीतिक जानकार उनके इस दौरे के सियासी मायने निकाल रहे हैं. 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पूर्वांचल में बड़ी जीत हासिल की थी. लिहाजा उस जीत को बरकरार रखने के इरादे से आज एक बार फिर वाराणसी और गाजीपुर में थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी-गाजीपुर से जुड़ी अहम बातें
- प्रधानमंत्री के बनारस और गाजीपुर दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. 6 हजार से ज्यादा सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था.
- दोपहर 12 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे, वहां से सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा गाजीपुर गए.
- आगामी 21 जनवरी को वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस होना है, जिसकी तैयारी जोरों-शोरों से हो रही है. इस लिहाज से उनकी इस यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा था.
- गाजीपुर में प्रधानमंत्री महाराज सुहेलदेव पर एक डाक टिकट जारी किया. इसके बाद आरटीआई मैदान पर जनसभा को संबोधित किया. ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी सुहेलदेव के नाम पर टिकट जारी कर पासी और राजभर समाज के वोट साधने की कोशिश की. रैली में गाजीपुर को करोड़ों की योजनाओं की सौगात भी थी.
- योगी आदित्यनाथ सरकार में वरिष्ठ मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पहले ही ऐलान कर चुके थे कि वह प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. राजभर इस बात से नाराज हैं कि डाक टिकट पर महाराजा सुहेलदेव राजभर का पूरा नाम अंकित नहीं है.
- प्रधानमंत्री ढाई बजे बनारस पहुंचे, वहां वह अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र का शुभारंभ करेंगे और कृषि वैज्ञानिकों से बात की.
- सरकार द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि पूर्वी भारत के इस पहले अंतर्राष्ट्रीय केंद्र से चावल के उत्पादन को बढ़ाने और उसे टिकाऊ बनाने में मदद मिलेगी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत 1960 से अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (IRRI) से जुड़ा हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवंबर, 2017 में फिलीपींस के मनीला में आईआरआरआई मुख्यालय का दौरा किया था.
- वाराणसी के भुल्लनपुर में आयोजित इस कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री बड़ा लालपुर स्थित ट्रे़ड फैसिलिटी सेंटर पहुंचे. वहां वह ओडीओपी योजनाओं के तहत 11 जिलों के करीब दो हजार हस्तशिल्पियों और बुनकरों से संवाद किया. इस दौरान उन्होंने हस्तशिल्पियों की एक प्रदर्शनी को भी देखा.
- इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूरसंचार विभाग के चार लाख कर्मचारियों के लिए कंप्रिहेंसिव पेंशन स्कीम की शुरुआत की.
- प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में सूबे के राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा समेत राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही व वस्त्र मंत्रालय के आला अधिकारी भी शामिल हुए.