हैदराबाद यूनिवर्सिटी में छात्र की खुदकुशी के बाद प्रदर्शन जारी
हैदराबाद:
रोहित वेमुला की खुदकुशी के बाद देश के कई शहरों में छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस बीच, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी छात्रों से मिलने के लिए हैदराबाद पहुंच गए हैं। उधर केंद्रीय मंत्री दत्तात्रेय के घर के बाहर आज सुबह प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया।
जानें मामले से जुड़े अहम बिन्दु
- मुंबई में छात्र यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई के बाहर बड़ी संख्या में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रतिष्ठित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस और आईआईटी बांबे के छात्रों की ओर से भी रोहित की मौत को लेकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
- पुणे में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पांच दलित छात्रों के निलंबन के वरिोध में एक दिन भी भूख हड़ताल पर हैं।
- रोहित की खुदकुशी से जुड़े मामले को लेकर सियासी तूफान भी आ गया है। आरोप है कि दो केंद्रीय मंत्रियों स्मृति ईरानी और बंडारू दत्तात्रेय के दबाव के बाद छात्रों पर कार्रवाई की गई। दलित छात्र की खुदकुशी के मामले में राजनीतिक मोड़ तब आया जब केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय के खिलाफ पुलिस केस रजिस्टर कर लिया गया। उनके द्वारा अगस्त में लिखे एक लेटर के चलते आत्महत्या के लिए भड़काने का आरोप लगा।
- कांग्रेस, बीएसपी और तृणमूल कांग्रेस ने घटना को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी नीत सरकार पर निशाना साधा है। बीजेपी से जुड़े दलित नेताओं ने भी मामले में सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है।
- रोहित के मृत शरीर के साथ प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स के समूह में से 8 स्टूडेंट्स गिरफ्तार कर लिए गए। वे दलितों के साथ भेदभाव का आरोप लगा रहे थे। वे आरोप लगा रहे हैं कि रोहित का सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया था।
- रोहित समेत पांच स्टूडेंट्स कैंपस गेट के बाहर तंबू लगाकर रह रहे थे। उन्हें 21 दिसंबर को हॉस्टल से बाहर 'फेंक' दिया गया था। उन्हें मेस और दूसरी सुविधाओं से वंचित कर दिया गया था। रोहित के दोस्तों का कहना है कि उसका 'दिल टूट गया था'।
- मंत्री बंडारू दत्तात्रेय का कहना है कि उनकी चिट्ठी से मौत का कोई वास्ता नहीं है, वहीं केंद्र की ओर से मामले की जांच के लिए दो लोगों की एक टीम हैदराबाद भेजी गई हैं।
- छात्रों का आरोप है कि ABVP के कहने पर केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने स्मृति ईरानी को चिट्ठी लिखी, जिसके बाद रोहित समेत पांच छात्रों को हॉस्टल से सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही उनकी फ़ेलोशिप भी रोक दी गई थी।
- पिछले साल 17 अगस्त को लिखे लेटर में, दत्तात्रेय ने आरोप लगाया था कि विश्वविद्यालय एबीवीपी के एक कार्यकर्ता पर हमले को 'खामोशी से देखता रहा'। लेटर में यूनिवर्सिटी को 'अतिवादियों, जातिवादियों और राष्ट्रविरोधी राजनीति' का गढ़ तक कहा गया
- गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी ने रोहित समेत सभी को प्राथमिक जांच में निर्दोष करार दिया था। लेकिन बाद में यूनिवर्सिटी ने अपना फैसला पलट लिया था।