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समंदर के रास्ते दुनिया की सैर करने वाली बेटियों को 'मन की बात' में PM मोदी ने सराहा, कहा-ऐसे लोग प्रेरणा स्रोत हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशवासियों को रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिये संबोधित किया.कहा कि

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PM नरेंद्र मोदी 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिये देशवासियों से रूबरू हुए.
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशवासियों को रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिये संबोधित किया.उन्होंने एक तरफ हाल ही INSV तारिणी में पूरी दुनिया की सैर करने वाली बेटियों को बधाई दी.तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र के चंद्रपुर के आश्रम-स्कूल के 5 आदिवासी छात्रों की भी हौसला अफजाई की.पीएम ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी जागरूक किया.पीएम मोदी के 'मन की बात' का यह 44वां संस्करण था. आपको बता दें कि 'मन की बात' कार्यक्रम के लिए देश भर से लोग अपने सुझाव भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से साझा करते हैं. चुने हुए कुछ विचारों को कार्यक्रम में शामिल किया जाता है. 

'मन की बात' कार्यक्रम की 10 बड़ी बातें 

  1. पीएम मोदी ने कहा कि भारत की 6 बेटियां 250 से भी ज़्यादा दिन ‘नाविका सागर परिक्रमा’ को INSV तारिणी में पूरी दुनिया की सैर कर 21 मई को भारत लौटीं. भारत की इन बेटियां ने विभिन्न महासागरों और कई समुद्रों में यात्रा करते हुए लगभग 22,000 nautical miles की दूरी तय की. यह विश्व में अपने आप में एक पहली घटना थी.गत बुधवार को मुझे सभी बेटियों से मिलने और उनके अनुभव सुनने का अवसर मिला.मैं इन बेटियों को बधाई देता हूं. इन्होंने पूरी दुनिया में भारत और नेवी का नाम ऊंचा किया है और दिखा दिया कि वे किसी से कम नहीं हैं. 
  2. पीएम मोदी ने कार्यक्रम में महाराष्ट्र के चंद्रपुर के आश्रम-स्कूल के 5 आदिवासी छात्रों को भी बधाई दी. कहा कि 16 मई को मनीषा धुर्वे, प्रमेश आले, उमाकान्त मडवी, कविदास कातमोड़े, विकास सोयाम ने ‘मिशन शौर्य’ के तहत दुनिया की सबसे ऊँची चोटी पर चढ़ाई की. इस उपलब्धि पर इन छात्रों और इनके स्कूल को बधाई देता हूं. पीएम ने कहा कि कुछ कर गुजरने का इरादा, लीक से हटकर कुछ extra ordinary करने की बात करने वाले भले ही कम हों लेकिन ऐसे लोग प्रेरणा स्रोत होते हैं. 
  3. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों ‘स्वच्छ गंगा अभियान’ के तहत BSF के एक group ने Everest की चढ़ाई की और Everest से ढ़ेर सारा कूड़ा अपने साथ नीचे लायी. यह कार्य प्रशंसनीय तो है ही साथ-ही यह स्वच्छता के प्रति, पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है. दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि जितना हम खेलेंगे, उतना ही देश खेलेगा. Social Media पर लोग fitness challenge के videos share कर रहे हैं, उसमें एक-दूसरे को tag कर उन्हें challenge कर रहे हैं। Fit India के अभियान से आज हर कोई जुड़ रहा है. यह प्रशंसनीय है. फिल्म से जुड़े लोग हों, Sports से जुड़े लोग हों या देश के आम-जन, सेना के जवान हों, स्कूल की टीचर हों, चारों तरफ से एक ही गूंज सुनाई दे रही है –‘हम fit तो India fit’.
  4. पीएम ने कहा कि कुछ खेलों का अपना एक season होता है.कई खेल हमें समाज,पर्यावरण आदि के बारे में भी जागरूक करते हैं.कभी-कभी चिंता होती है कि कहीं ये खेल खो न जाएं और तब सिर्फ खेल ही नहीं खो जाएगा, बचपन ही कहीं खो जाएगा और फिर उस कविताओं को हम सुनते रहेंगे.
  5. PM ने कहा कि भारत 5 जून को आधिकारिक तौर पर विश्व पर्यावरण दिवस उत्सव (World Environment Day Celebration) को host करेगा। जलवायु परिवर्तन को घटाने की दिशा में विश्व में भारत के बढ़ते नेतृत्व को स्वीकृति मिल रही है, यह इसका परिचायक है. इस बार की theme है ‘Beat Plastic Pollution’.World Environment Day की website wed-india2018 पर जाएं, वहां कई सारे सुझाव बड़े ही रोचक ढ़ंग से दिए गए हैं. इन्हें देखें, जानें और उन्हें अपने रोजमर्रा के जीवन में उतारने का प्रयास करें.
  6. पीएम ने कहा कि हमारी संस्कृति, हमारी परंपरा ने हमें प्रकृति के साथ संघर्ष करना नहीं सिखाया है. हमें प्रकृति के साथ सदभाव से रहना है, प्रकृति के साथ जुड़ करके रहना है. गांधी जी ने तो जीवन भर हर कदम इस बात की वकालत की थी.
  7. पीएम ने संबोधन के दौरान कहा कि संपूर्ण विश्व में 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है और ये सर्व-स्वीकृत हो चुका है. महीनों पहले इसकी तैयारियां शुरू हो जाती हैं.Yoga for unity और harmonious society का ये वो सन्देश है, जो विश्व ने पिछले कुछ वर्षों से बार-बार अनुभव किया है.संस्कृत के महान कवि भर्तृहरि ने सदियों पहले अपने शतकत्रयम् में लिखा था.मैं सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि वे योग की अपनी विरासत को आगे बढ़ायें और एक स्वस्थ, खुशहाल और सद्भावपूर्ण राष्ट्र का निर्माण करें. 
  8. पीएम ने कार्यक्रम में प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी याद किया. कहा कि आज 27 मई भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की पुण्यतिथि है. मैं पंडित जी को प्रणाम करता हूं. इस मई महीने की याद एक और बात से भी जुड़ी है और वो है वीर सावरकर. 
  9. PM ने संबोधन में कहा कि राजस्थान के सीकर की बस्तियों की हमारी बेटियां आज आत्मनिर्भर बन गई हैं. सिलाई का काम सीखने के साथ-साथ कौशल विकास का course भी कर रही हैं. आशा और विश्वास से भरी इन बेटियों को मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं. दूसरी तरफ, कुछ लोग अपने कार्यों से, अपनी मेहनत और लगन से बदलाव लाने की दिशा में आगे बढ़ते हैं, उसे हकीकत का रूप देते हैं. ऐसी ही कहानी उड़ीसा के कटक शहर के डी. प्रकाश राव की है.
  10. पीएम ने कहा कि अब से कुछ दिनों बाद लोग चांद की प्रतीक्षा करेंगे. रमज़ान के दौरान एक महीने के उपवास के बाद ईद का पर्व जश्न की शुरुआत का प्रतीक है. आशा करता हूं कि ईद का त्योहार सद्भाव के बंधन को और मज़बूती प्रदान करेगा.

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