एअर इंडिया ने अपनी फ्लाइट के दौरान शराब परोसे जाने संबंधी नीति में बदलाव किया है.
एअर इंडिया (Air India) ने अपनी फ्लाइट के दौरान शराब परोसे जाने संबंधी नीति में बदलाव किया है. संशोधित नीति से जुड़ी कई बातें उजागर हुईं हैं. एअर इंडिया के विमान में शराब के नशे में एक व्यक्ति द्वारा एक महिला पर कथित रूप से पेशाब करने की घटना सामने आने के बाद यह बदलाव किया गया है.
- यात्रियों को चालक दल के सदस्यों द्वारा परोसे जाने तक शराब पीने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.
- चालक दल के सदस्यों को उन यात्रियों की पहचान करने के लिए चौकस रहना होगा, जो अपनी शराब का सेवन कर रहे हों.
- अल्कोहल युक्त पेय पदार्थों को उचित और सुरक्षित तरीके से परोसा जाना चाहिए. इसमें मेहमानों को (आगे और) शराब परोसने से मना करना भी शामिल है.
- एअर इंडिया के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि एयरलाइन ने अन्य विमानन कंपनियों द्वारा अपनाए जाने वाले तौर-तरीकों, अमेरिकी नेशनल रेस्तरां एसोसिएशन (एनआरए) के दिशा-निर्देशों के आधार पर उड़ान में शराब की पेशकश संबंधी मौजूदा नीति की समीक्षा की है.
- बयान में कहा गया, ‘‘ये काफी हद तक एयर इंडिया के मौजूदा तौर-तरीकों के अनुरूप है. हालांकि, बेहतर स्पष्टता के लिए कुछ समायोजन किए गए हैं.
- एनआरए की ट्रैफिक लाइट प्रणाली में चालक दल को नशे के संभावित मामलों को पहचानने और प्रबंधित करने में मदद करने के लिए शामिल किया गया है.
- एअर इंडिया की फ्लाइट में हुए पेशाब कांड में DGCA ने एयरलाइन पर 30 लाख का जुर्माना लगाया है. इसके बाद ही यह बदलाव हुए हैं.
- DGCA ने पेशाब कांड के दौरान विमान के पायलट का लाइसेंस 3 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है.
- इस बीच, आरोपी शंकर मिश्रा के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल पर लगाया गया 4 महीने का बैन गलत है.
- इस मामले की जांच के लिए एअर इंडिया ने एक कमेटी बनाई थी, जिसने शंकर के इस एयरलाइन की फ्लाइट में ट्रैवल करने पर 4 महीने के लिए बैन लगा दिया था.