महाराष्ट्र में सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. शिवसेना नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद अब भाजपा भी काफी सक्रिय नजर आ रही है. ऐसे में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. इस दौरान फडणवीस ने राज्यपाल से उद्धव ठाकरे सरकार को बहुमत साबित करने के लिए कहने का अनुरोध किया. दूसरी ओर, एकनाथ शिंदे ने 50 विधायकों के साथ होने का दावा किया है तो इस मुद्दे पर सियासी बयानबाजी भी चरम पर है. पेश है महाराष्ट्र की सियासी हलचल का अब तक का अपडेट.
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत से महाराष्ट्र में उत्पन्न राजनीतिक स्थिति में एक सप्ताह तक इंतजार करने के बाद भाजपा मंगलवार को हरकत में आई और पार्टी नेता देवेंद्र फडणवीस ने रात में राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. फडणवीस ने कोश्यारी से अनुरोध किया कि वह उद्धव ठाकरे सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कहें. साथ ही दावा किया कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार अल्पमत में लग हो रही है, क्योंकि शिंदे गुट के 39 शिवसेना विधायकों ने कहा है कि वे सरकार का समर्थन नहीं करते हैं.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि हमने राज्यपाल को एक पत्र सौंपा, जिसमें उनसे सरकार से सदन में बहुमत साबित करने के लिए कहने का अनुरोध किया गया है. राजभवन में फडणवीस के साथ महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और पार्टी नेता सुधीर मुगंटीवार, प्रवीण दारेकर, गिरीश महाजन और आशीष शेलार भी थे.
सूत्रों के मुताबिक, फडणवीस के राजभवन पहुंचने से पहले आठ निर्दलीय विधायकों ने गुवाहाटी से ईमेल भेजकर यह दावा करते हुए सदन में जल्द से जल्द बहुमत साबित किए जाने की मांग की कि ठाकरे सरकार बहुमत खो चुकी है. ये निर्दलीय विधायक पहले शिवसेना से जुड़े थे. शिंदे के नेतृत्व वाले बागी विधायक भी गुवाहाटी के होटल में रुके हुए हैं.
राज्यपाल को सौंपे गए पत्र में उल्लेख किया गया है कि शिवसेना और भाजपा ने गठबंधन में 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन चुनाव परिणामों के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई. पत्र में आरोप लगाया गया है कि शिवसेना के बागी विधायकों को धमकी दी जा रही है. इसमें शिवसेना सांसद संजय राउत और अन्य के बयानों का जिक्र किया गया है. इसमें धमकियों का सबूत संलग्न करने का उल्लेख किया गया है.
दूसरी ओर, एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को गुवाहाटी में कहा कि मेरे साथ 50 विधायक हैं, वे स्वेच्छा से और हिंदुत्व के लिए यहां आए हैं. साथ ही एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह जल्द मुंबई लौटेंगे. उन्होंने शिवसेना से उनके समूह के उन विधायकों से नाम का खुलासा करने को कहा, जो कथित रूप से पार्टी के संपर्क में हैं.
महाराष्ट्र को लेकर सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भाजपा महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, जिससे देश के संघीय ढांचे के भविष्य के लिए चिंता बढ़ गई है.
प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के वफादार माने जाने वाले शिवसेना सांसद संजय राउत को धन शोधन मामले की जांच के संबंध में पूछताछ के लिए मंगलवार को नया समन जारी किया. यह मामला मुंबई की एक ‘चॉल' के पुनर्विकास में अनियमितता और राउत की पत्नी तथा उनके मित्रों से जुड़े अन्य वित्तीय लेन-देन से संबंधित है. राउत के वकीलों ने मंगलवार को मुंबई में ईडी के अधिकारियों से मुलाकात की और उनकी पेशी के लिए करीब दो हफ्ते का समय मांगा, लेकिन एजेंसी ने उन्हें इस महीने के अंत तक की राहत दी.
पार्टी में मचे घमासान के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की. शिंदे सहित शिवसेना के बागी मंत्रियों को उनके विभागों से अलग करने के बाद यह पहली कैबिनेट बैठक थी. गृहमंत्री और राकांपा नेता दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि किसी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई. उन्होंने कहा कि लंबित मुद्दों पर चर्चा के लिए बुधवार को कैबिनेट की एक और बैठक होने की संभावना है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. माना जा रहा है कि फडणवीस ने दोनों नेताओं को महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रमों से अवगत कराया और राज्य में पार्टी की भावी रणनीति से जुड़े विभिन्न पहुलओं पर चर्चा की. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, फडणवीस ने भाजपा सांसद और वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी के साथ शाह से मुलाकात की. माना जा रहा है कि फडणवीस ओर जेठमलानी ने शाह के साथ शिवसेना के बागी विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ सरकार बनाने के विकल्पों और इससे संबंधित कानूनी पहलुओं पर चर्चा की.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के वैजापुर से शिवसेना के बागी विधायक रमेश बोर्नारे ने मंगलवार को कहा कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे के साथ मजबूती से खड़े हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि शिंदे ‘‘हमारे साथ कुछ भी बुरा नहीं होने देंगे.'' शिवसेना के मौजूदा नेतृत्व पर निशाना साधते हुए बोर्नारे ने कहा कि उसे इस बात पर आत्ममंथन करना चाहिए कि ‘‘51 विधायक'' क्यों शिंदे के साथ हो गए हैं. हालांकि विधायकों की इस संख्या की पुष्टि होना अभी बाकी है.