लोकसभा चुनाव आगामी 11 अप्रैल से कुल सात चरणों में संपन्न होगा. यह जानकारी मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में दी. अरोड़ा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 11, 18, 23 अप्रैल और छह, 12, 19 मई को होंगे. उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम की घोषणा 23 मई को की जाएगी. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान करनेवालों की संख्या लगभग 90 करोड़ होगी. उन्होंने आगामी चुनाव को लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार बताया। उन्होंने कहा कि इस बार लगभग 10 लाख मतदान केंद्र होंगे, जो 2014 के आम चुनाव में रहे नौ लाख से अधिक है. कुल मतदाताओं में 1.50 करोड़ मतदाता 18-19 साल उम्र के होंगे. उन्होंने कहा, "निर्वाचन आयोग ने चुनाव के लिए एक बहुत ही व्यापक तैयारी की है."मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनाव आयुक्तों अशोक लवासा और सुशील चंद्रा के साथ संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पहली बार सोशल मीडिया को लेकर भी आचार संहिता लागू की गई है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के अधिकारियों को इस पर आयोग को रिपोर्ट देने के लिए भी कहा गया है. आम चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी है.
- 17वीं लोकसभा का चुनाव सात चरण में, 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराने का फैसला किया है. सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी.
- पहले चरण के लिये 11 अप्रैल को होने वाले मतदान की अधिसूचना 18 मार्च को जारी की जायेगी. 2014 में 16वीं लोकसभा का चुनाव नौ चरण में कराया गया था.
- दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल, तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल, चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल, पांचवें चरण का मतदान छह मई, छठवें चरण का मतदान 12 मई और सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा.
- 23 मई को मतगणना के आधार पर चुनाव परिणाम घोषित होगा. समूची चुनाव प्रक्रिया 27 मई को सम्पन्न करने का लक्ष्य तय किया गया है.
- जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनावों के साथ नहीं होंगे. फेक न्यूज और हेट स्पीच पर कंट्रोल करने केलिए सोशल मीडिया से अधिकारी की नियुक्ति करने को कहा गया है. सोशल मीडिया पर कैंपेनिंग का खर्चा भी जोड़ा जाएगा.
- सभी सोशल मीडिया को इस दौरान किसी भी राजनीतिक पार्टी के विज्ञापन को जारी करने के लिए जानकारी देनी होगी. स्वीकृति मिलने के बाद ही वह ऐसा कर सकते हैं. गूगल और एफबी को भी ऐसे विज्ञापन दताओं की पहचान करने के लिए कहा गया है.
- पेड न्यूज पर कार्रवाई के लिए हर तैयारी की गई है. मीडिया एक्सपर्ट को भी चुनाव आयोग ने तैयार किया है जो इस तरह की न्यूज पर नजर रखेंगे.
- सभी बूथ पर सीसीटीवी कैमरा होगा. मतदाताओं तक पहुंचने के लिए हर तरह की कोशिश की गई है.
- मतदान के बाद सभी को मिलेगी पर्ची. एक ऐप भी लांच होगा जिसकी मदद से कोई भी मतदाता किसी भी नियम उल्लंघन को कैमरे में कैद कर सीधे हमें भेजा सकेगा.
- लाउडस्पीकर का इस्तेमाल रात 10 से सुबह छह तक बंद रखना होगा. सभी उम्मीदवारों को अपनी संपति और शिक्षा का ब्यौरा देना होगा, फॉर्म 26 भरना होगा. नाम चेक करने के लिए स्पेशल नंबर होगा '1950', करीब 10 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, पिछली बार 9 लाख थे.