चर्चा है कि आशुतोष फिर पत्रकारिता में लौट सकते हैं.
नई दिल्ली:
आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, आशुतोष ने इस्तीफे के पीछे निजी कारण बताए हैं, लेकिन अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी में अनदेखी की वजह से उन्होंने ये कदम उठाया. आशुतोष करीब डेढ़ दशक तक सक्रिय पत्रकारिता के बाद साल 2014 में राजनीति में आए थे. आम आदमी पार्टी का दामन थामने के बाद उन्होंने चांदनी चौक से पार्टी के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था, मगर उस चुनाव में उनकी हार हुई थी. राजनीति को अलविदा कहने के बाद अब चर्चा है कि आशुतोष फिर से पत्रकारिता में लौट सकते हैं. आइये जानते हैं आशुतोष से जुड़ी 8 खास बातें.
आशुतोष से जुड़ी खास बातें
- आशुतोष मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. उनका जन्म वर्ष 1965 में वाराणसी में हुआ था. आशुतोष के पिता इनकम टैक्स विभाग में अधिकारी थे. आशुतोष ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई की. उसके बाद प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) आ गए.
- वाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) से आशुतोष ने दर्शनशास्त्र में परास्नातक की डिग्री हासिल की और इसके बाद सोवियत स्टडीज में एमफिल किया. यहां पढ़ाई के दौरान उनकी पत्रकारिता में दिलचस्पी जगी. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रतिष्ठित चैनल 'आज तक' के साथ की.
- आशुतोष करीब एक दशक 'आज तक' के साथ रहे. इस दौरान उन्होंने एंकरिंग से लेकर तमाम भूमिकाएं निभाई. इसके बाद उन्होंने आईबीएन 7 और टीवी 18 समूह के साथ भी लंबे वक्त तक काम किया. साल 2014 में उन्होंने पत्रकारिता को अलविदा कह दिया और राजनीति ज्वाइन कर ली.
- आशुतोष के साथ उस दौरान कैप्टन गोपीनाथ, किरण बेदी, कुमार विश्वास, शाजिया इल्मी और प्रशांत भूषण जैसे लोगों ने भी आप का दामन थामा था, लेकिन इनमें से अधिकतर पहले ही आप का साथ छोड़ चुके हैं. हालांकि आशुतोष आप के साथ ही रहे.
- आशुतोष ने 2014 में चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इस बीच वे पार्टी के कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलते रहे. प्रवक्ता जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई. कहा जा रहा था कि पार्टी उन्हें राज्यसभा भेज सकती है, लेकिन इसी साल उन्हें झटका लगा.
- पार्टी ने उनके नाम पर विचार नहीं किया. कहा जा रहा है कि इसके बाद से ही आशुतोष नाराज चल रहे थे. पार्टी में उनकी सक्रियता भी कम हो गई थी. अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. हालांकि कहा जा रहा है कि अभी तक पार्टी नेतृत्व की तरफ से उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया है.
- चर्चा है कि राजनीति छोड़ने के बाद आशुतोष फिर से पत्रकारिता में लौट सकते हैं, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. इस्तीफे को निजी बताते हुए आशुतोष ने मीडिया से दूरी बनाई है.
- आपको बता दें कि आशुतोष की गिनती बुद्धिजीवियों में होती है. वे कई किताबें भी लिख चुके हैं. जिसमें अन्ना आंदोलन पर उनकी किताब '13 डेज दैट अवेकेंड इंडिया' काफी चर्चित रही है.