अहमदाबाद:
(इनपुट्स भाषा से)
राज्यव्यापी बंद के आह्वान का आज मामूली असर दिखाई पड़ा। हालांकि राज्य के विभिन्न शहरों में पटेल समुदाय बहुल इलाकों में इस बंद का कुछ असर देखा गया। मेहसाणा में इस बंद का आंशिक असर पड़ा है और केवल उन्हीं इलाकों में प्रतिष्ठान बंद किए गए हैं जहां पटेल समुदाय का दबदबा है।
खास बातें
- आरक्षण की मांग और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की रिहाई को लेकर पाटीदार समाज के लोगों ने आज गुजरात बंद बुलाया है। इसके अलावा दो पुलिस थाना इलाकों वराछा और कापोदरा में धारा 144 लागू है।
- पाटीदार आंदोलन ने जुड़े भविन पटेल ने खुदकुशी कर ली है। वह सूरत के पूना गांव से थे। उन्होंने रात में जहर खाकर खुदकुशी कर ली है।
- इसे लेकर राज्य के प्रमुख शहरों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है। अहमदाबाद, सूरत, मेहसाणा और राजकोट में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। आज रात 12 बजे तक के लिए ये सेवाएं बंद हैं। स्कूल और कॉलेजों को आज खोला गया है।
- मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के गृह जिला मेहसाणा से कर्फ्यू हटा लिया गया है। रविवार को यहां करीब 5000 प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई थी। इसी दौरान दो सरकारी कार्यालयों को जला दिया गया और वाहनों को निशाना बनाया गया।
- पुलिस ने इस प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज किया और आंसू गैस छोड़ी। इसमें करीब दो दर्जन प्रदर्शनकारी घायल हुए थे। इस मामले में करीब 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान पांच पुलिसवाले भी घायल हुए हैं।
- पुलिस कार्रवाई पर हार्दिक पटेल के साथ लालजी पटेल ने कहा कि हमने पुलिस को कहा कि यह शांतिपूर्ण रैली है। मैं पटेल नेता हूं। इसके बावजूद उन्होंने डंडों से हमला किया।
- इस बीच प्रशासन ने इस घटना के लिए पाटीदार समाज को दोषी बताया है। महेसाणा के कलेक्टर लोचन सेहरा ने बताया कि इनको पहले से बताया गया था कि रैली की मंजूरी नहीं है, फिर भी रैली निकाली गई और पुलिस पर हमला किया। इसलिए जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
- कांग्रेस ने आनंदीबेन के इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस नेता अर्जुन ने कहा कि यह सरकार राज्य में फेल हो गई है। आनंदीबेन पटेल को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
- गुजरात के मुख्य सचिव जीआर अलोरिया ने बताया कि रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की पांच कंपनियां इन तीन शहरों में तैनात की गई है। इसके अलावा, स्टेट रिजर्व पुलिस (एसआरपी) की 20 कंपनियों को भी पूरे राज्य में तैनात किया गया है। देर शाम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक के बाद अलोरिया ने बताया, 'नियमित पुलिस बल के अलावा, हमने अहमदाबाद और मेहसाणा में आरएएफ की दो-दो कंपनियां और एक कंपनी सूरत में तैनात की है। अगर जरूरत हुई तो स्थिति से निपटने के लिए हम केन्द्र से आरएएफ की 10 और कंपनियां आवंटित करने को कहेंगे।
(इनपुट्स भाषा से)