ईरान द्वारा जब्त किए गए ब्रिटेन के तेल टैंकर के चालक दल के सदस्य ‘सुरक्षित’ हैं. यह जानकारी बुधवार को स्वीडन की उस कंपनी ने चालक दल के सदस्यों से बात करने के बाद दी, जो इस टैंकर की मालिक है. चालक दल के सदस्यों में 18 भारतीय हैं. हरमुज की खाड़ी में स्टेना इम्पेरो और इसके चालक दल के सदस्यों को ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने पांच दिन पहले हिरासत में ले लिया था. जहाज की मालिकाना हक वाली कंपनी स्टेना बल्क ने मंगलवार को चालक दल के कप्तान से बात की और कहा कि वे सभी सुरक्षित हैं और जहाज में सवार ईरान के सदस्य उनके साथ सहयोग कर रहे हैं. आपको बता दें कि जहाज में चालक दल के 23 सदस्य सवार हैं जिनमें 18 भारतीय, रूस के तीन, लातविया का एक और फिलिपीन का एक नागरिक है. भारतीयों की सुरक्षित रिहाई के प्रयासों में तेजी लाते हुये भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने ईरानी राजदूत अली चेगेनी ने मुलाकात भी की है.
मामले से जुड़ी 10 खास बातें
- तेल टैंकर की कंपनी ने बयान जारी कर कहा, ‘स्टेना बल्क पुष्टि कर सकता है कि स्टेना इम्पेरो के चालक दल के सदस्यों के साथ कल से ही हमारा सीधा संवाद है.' कंपनी ने आगे कहा, ‘कप्तान ने कहा कि हर कोई सुरक्षित है और जहाज में तैनात ईरान के सदस्य उनके साथ अच्छा सहयोग कर रहे हैं.'
- बयान में कहा गया है कि वहां की स्थितियों से परिवार के सदस्यों को अवगत कराया जा रहा है और कंपनी वहां की स्थितियों से उन्हें अवगत कराती रहेगी.
- स्टेना बल्क के अध्यक्ष और सीईओ इरिक हैनेल ने कहा, ‘हम इस कदम का स्वागत करते हैं और ईरान के अधिकारियों की तरफ से हमें जल्द ही कुछ ज्यादा सकारात्मक प्रगति देखने को मिलेगी.'
- आपको बता दें कि ईरान और ब्रिटेन के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर इस पोत को जब्त किया गया था. ईरान ने कहा कि उसने 19 जुलाई को स्टेना इम्पेरो को जब्त किया क्योंकि यह मछली मारने वाली एक नौका से टकरा गया लेकिन स्टेना बल्क ने कहा कि उसे टक्कर का कोई साक्ष्य नहीं मिला.
- दूसरी तरफ, ईरान द्वारा जब्त ब्रिटिश टैंकर के चालक दल के सदस्यों में शुमार 18 भारतीयों की सुरक्षित रिहाई के प्रयासों में तेजी लाते हुये भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने यहां ईरानी राजदूत अली चेगेनी ने मुलाकात की है.
- विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि तेहरान में भारतीय राजदूत ने इस मामले में ईरानी विदेश मंत्री के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की.
- मुरलीधरन ने एक ट्वीट में कहा कि स्टेना इम्पेरो के चालक दल के सदस्यों में शामिल भारतीयों की सुरक्षित जल्द रिहाई के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
- बता दें कि विदेश सचिव ने कल दिल्ली में ईरानी राजदूत से भेंट की थी. तेहरान में भारतीय राजदूत भी ईरानी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सकारात्मक बैठक कर रहे हैं.
- मुरलीधरन ने कहा कि लंदन में भारतीय उच्चायोग के वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार भारतीयों तक राजनयिक पहुंच की उम्मीद है.
- विदेश राज्य मंत्री ने ट्वीट में एक दूसरे जहाज वीएलसीसी ग्रेस वन पर स्थिति स्पष्ट करते हुये कहा कि इसके चालक दल के 24 भारतीयों में से चार को गिरफ्तार कर लिया गया था पर बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. (इनपुट-भाषा)