क्रूज में 50 पर्यटन स्थलों का होगा दीदार. 36 लोग कर सकेंगे सफ़र
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया का सबसे लंबा जलमार्ग तय करने वाले "गंगा विलास क्रूज" को हरी झंडी दिखा दी है. गंगा विलास क्रूज के उद्धाटन के अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि लोग भारत के समृद्ध खान-पान का अनुभव लेना चाहते हैं, उनके लिए भी ये बेहतरीन अवसर है. यानी भारत की विरासत और आधुनिकता का अद्भुत संगम हमें इस यात्रा में देखने को मिलेगा. क्रूज़ टूरिज्म का ये नया दौर इस क्षेत्र में हमारे युवा साथियों को रोजगार-स्वरोजगार के नए अवसर देगा. गंगा विलास क्रूज का उद्देश्य परिवहन, माल ढ़ुलाई के साथ ही पर्यटन को अधिक सुगम और आकर्षक बनाना है. यही वजह है कि इसे फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाओं से लैस किया गया है. यह दुनिया की सबसे लंबी क्रूज यात्रा है.
- यह रिवर क्रूज उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और असम की कुल 25 नदियों के मार्ग से गुजरकर यात्रा पूरी करेगा. यह मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना "भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग परिवहन" का हिस्सा है.
- गंगा विला क्रूज को हरी झंडी दिखाने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का ये दशक, भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर के कायाकल्प का दशक है. इस दशक में भारत के लोग आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की वो तस्वीर देखने जा रहे हैं, जिसकी कल्पना तक मुश्किल थी. विदेशी पर्यटकों के लिए तो ये आकर्षण होगा ही, देश के भी जो पर्यटक पहले ऐसे अनुभवों के लिए विदेश जाते थे…वो भी अब पूर्वी-उत्तर पूर्वी भारत का रुख कर पाएंगे.
- गंगा विलास क्रूज बनारस से चलकर बांग्लादेश के ढाका से होते हुए डिब्रूगढ़ तक जाएगा. इस दौरान यह 3200 किलोमीटर की लंबी यात्रा 51 दिनों में पूरी तय करेगा.
- क्रूज में यात्रियों को फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं मिलेंगी. इसकी लंबाई 62, चौड़ाई 12 मीटर और 9 मीटर ऊंचाई है. गंगा विलास भारत में बना पहला रिवर क्रूज है. दुनिया के इस सबसे बड़े क्रूज में फर्नीचर से लेकर हर एक चीज हैंड मेड है.
- इस क्रूज को दो मंजिला बनाया गया है. क्रूज में 18 सुइट्स हैं. ओपन स्पेस बालकनी, जिम, स्टडी रूम, लाइब्रेरी भी है. मनोरंजन के लिए गीत-संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे. स्पा, सैलून के साथ चिकित्सकीय सुविधा भी मिलेंगी.
- गंगा विलास क्रूज 'पॉल्यूशन फ्री सिस्टम' और 'नॉइस कंट्रोल टेक्नोलॉजी' से लैस है. इस में STP प्लांट है, जिससे किसी भी तरह का मल जल गंगा में नहीं जा सकेगा. क्रूज में फिल्ट्रेशन प्लांट भी लगा हुआ है, जिससे गंगा के पानी को शुद्ध करके उसे नहाने और दूसरे कामों के इस्तेमाल में लिया जाएगा.
- इस रिवर क्रूज में 40 हजार लीटर का फ्यूल टैंक और 60 हजार लीटर का ताजा पानी का टैंक है. क्रूज के रूट में शामिल हैं भारत के 5 प्रदेश यूपी, बिहार, झारखंड, प. बंगाल, असम से गुज़रेगा क्रूज़ और बांग्लादेश तक पहुंचेगा. इस दौरान रास्ते में प्रमुख नदियां- गंगा, भागीरथी, यमुना, विद्यावती और ब्रह्मपुत्र आएंगी.
- क्रूज में 50 पर्यटन स्थलों का होगा दीदार. 36 लोग कर सकेंगे सफ़र. क्रूज़ में एक रात का किराया 25 हज़ार से 50 हज़ार रुपये तक है. पूरे सफ़र के लिए ख़र्च करने होंगे करीब 20 लाख रुपये. स्पेस और सुइट के हिसाब से किराया अलग होगा.
- क्रूज़ के रूट में यूनेस्को प्रमाणित विश्व धरोहर सुंदरवन, काज़ीरंगा नेशनल पार, दुनिया के सबसे बड़े रिवर आइलैंड का नज़ारा भी दिखेगा. क्रूज में माजुली आइलैंड का कर सकेंगे दीदार.
- क्रूज़ की सेफ्टी में तैनात है शिप. क्रूज़ कैप्टन को गाइड करेगा शिप पायलट. सुरक्षा के लिए लाइफ़ जैकेट्स और फ़ायर अलार्म लगे हैं. इमरजेंसी के लिए 4 स्टीमर्स भी तैनात. क्रूज के डिब्रूगढ़ में एमवी गंगा विलास के आगमन की अपेक्षित तारीख 1 मार्च 2023 है.