दावोस में पीएम मोदी इस बार हिस्सा लेंगे.
नई दिल्ली:
विश्व आर्थिक फोरम (WEF) की बैठक 22 जनवरी से स्विटजरलैंड के खूबसूरत शहर दावोस में शुरू हो रही है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए रवाना हो चुके हैं. 23 जनवरी को पीएम मोदी इसके अधिवेशन को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी 21 साल बाद दावोस जाने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे. इससे पहले 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा दावोस समिट में शामिल हुए थे.
यह समिट इतना महत्वपूर्ण क्यों हो जाती है. आइए जानें 5 बातें -
- दावोस में हर साल विश्व आर्थिक फोरम की बैठक होती है जिसमें दुनियाभर के नेताओं और उद्योगपतियों का जमावड़ा लगता है.
- इस आयोजन में केवल वही हिस्सा ले सकता है जिसे निमंत्रण मिला हो.
- इस बैठक में करीब 2500 लोग हिस्सा लेते हैं. दावोस सम्मेलन को एलीट क्लास के सम्मेलन के रूप में देखा जाता है. दावोस में सरकारी और गैर-सरकारी व्यक्ति और संगठन एक साथ मिलकर वैश्विक विकास के लिए फैसले लेते हैं.
- विश्व आर्थिक फोरम (WEF) एक गैर-सरकारी संस्था है जिसकी स्थापना 1971 में हुई थी और इसका मुख्यालय स्विटजरलैंड के जिनेवा में है.
- इनका मिशन विश्व के व्यवसाय, राजनीति, शैक्षिक और अन्य क्षेत्रों में अग्रणी लोगों को एक साथ लाकर वैशविक, क्षेत्रीय और औद्योगिक विकास को बढ़ाना है.