Bridge collapses in Kolkata: दक्षिणी कोलकाता के माजेरहाट में मंगलवार शाम एक पुल गिर गया.
कोलकाता:
दक्षिणी कोलकाता के माजेरहाट (Majerhat Bridge collapses) में मंगलवार शाम एक पुल गिर गया (Bridge collapses in Kolkata). हादसे में 1 की मौत हो गई वहीं, 19 लोग घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. बता दें कि बीते 3 साल में कोलकाता में यह दूसरा फ्लाइओवर हादसा है. इससे पहले 2016 में भी उत्तरी कोलकाता के भीड़-भाड़ वाले बड़ा बाजार इलाके में निर्माणाधीन विवेकानंद पुल गिर गया था. हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई थी और 90 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. इस बीच बीजेपी ने पुल हादसे के लिए राज्य सरकार और ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है.
2016 में भी गिरा था पुल
- मंगलवार शाम 4.45 बजे लगभग 40 साल पुराने पुल का एक हिस्सा अचानक ढह गया. हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 19 लोग घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
- राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की पांच टीमें कोलकाता भेजी गई हैं. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि चार टीमें पहुंच चुकी हैं. पांचवीं टीम रास्ते में है. सिंह ने इसे बहुत दुखद घटना बताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. उन्होंने इस घटना के सबंध में मुख्मयंत्री ममता बनर्जी से बातचीत की.
- यह पुल माजेरहाट रेलवे स्टेशन के ऊपर से गुजरता है और सिटी सेंटर को घने आबादी वाले क्षेत्र बेहाला, अन्य दक्षिणी उपनगरीय क्षेत्रों और समीप के दक्षिण 24 परगना जिले से जोड़ता है. पुलिस ने एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है. उसके अनुसार इस हादसे में दो महिलाओं समेत 19 अन्य लोग घायल हो गए. घायलों को एसएसकेएम और सीएमआरआई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
- इससे पहले, बचाव कार्य में लगे अग्निशमन कर्मियों ने कहा था कि मलबे से 25 घायलों को निकाला गया है. रात में बचाव कार्य जारी रखने के लिए रोशनी की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है. एक मिनीबस, चार कारें और चार मोटरसाइकिलें शाम तक मलबे में दबी नजर आईं. एक चश्मदीद के अनुसार मलबे के नीचे एक मिनीबस और एक निजी कार में कुछ लोग फंसे हुए हैं.
- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में कहा कि बचाव कार्य करीब करीब पूरा हो गया है और अब केवल सीमेंट की सिल्लियों को काटकर यह देखा जाना है कि वहां कोई फंसा तो नहीं है. उन्होंने कहा कि हजारों लोग इलाके से गुजरते हैं और सरकार को हादसे की जांच करनी होगी.
- मुख्यमंत्री ने कहा, 'पुल के ढह जाने के कारणों का पता लगाने के लिए मुख्य सचिव मलय डे की अगुवाई में एक समिति जांच करेगी. उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जिनकी लापरवाही से यह हादसा हुआ. किसी को बख्शा नहीं जाएगा.' उन्होंने इस हादसे में मारे गए व्यक्ति के परिवार के लिए पांच लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की घोषणा की है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. राज्यपाल के एन त्रिपाठी ने दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा, 'मैं बचाव कार्य देखने आया हूं. यह बड़ी त्रासदी है. मैंने सुना कि पुल का रखरखाव पीडब्ल्यूडी और रेलवे के जिम्मे था. मामले की जांच की जरूरत है.'
- नगर निगम में महापौर परिषद के एक सदस्य ने बताया कि 450 मीटर लंबे पुल का निर्माण 1960 के दशक के प्रारंभ में हुआ था और उसका रखरखाव लोक निर्माण विभाग देखता था. कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि समीप में मेट्रो रेलवे के खंभों के निर्माण के चलते शायद पुल ढह गया, लेकिन इसकी विशेषज्ञों द्वारा तत्काल इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
- शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम के अनुसार बचाव कार्य पूरा होने के बाद हम तकनीकी जांच शुरू करेंगे. एनडीआरएफ के महानिदेशक संजय कुमार ने कहा कि अर्थमूवर्स (मलबा हटाने में उपयोग में लाई जाने वाली बड़ी मशीन) का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'मलबा हटाने के समय में हमें सुरक्षा पहलू को ध्यान में रखना होगा.'
- पूर्वी रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार सर्कुलर रेलवे सेवाएं और बज-बज सियालदह लाइन प्रभावित हुई हैं. बड़ी संख्या में यात्रियों को इससे असुविधा हुई है. स्थानीय ट्रेन सेवाएं पौने पांच बजे से निलंबित हैं. पुल के ढह जाने के कारण दक्षिण पश्चिम कोलकाता के विशाल क्षेत्रों और समीप के दक्षिण 24 परगना जिले से यातायात अवरुद्ध है.