बिहार में सियासी संकट के बीच अमित शाह ने नीतीश कुमार से की थी बात, 10 बातें

Bihar Political Crisis : बिहार में जनता दल यूनाइटेड (JDU) और बीजेपी (BJP) का गठबंधन जल्द ही टूट सकता है.सूत्रों का कहना है कि बीजेपी को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के फ़ैसले का इंतज़ार है.

बिहार में सियासी संकट के बीच अमित शाह ने नीतीश कुमार से की थी बात, 10 बातें

Bihar Crisis : बीजेपी को बिहार के सीएम नीतीश कुमाके फ़ैसले का इंतज़ार है

पटना: Bihar Political Crisis : बिहार में जनता दल यूनाइटेड (JDU) और बीजेपी (BJP) का गठबंधन जल्द ही टूट सकता है. जानकारी के अनुसार, जनता दल यूनाइटेड वैकल्पिक सरकार बनाने की योजना पर काम कर रही है.सूत्रों का कहना है कि बीजेपी को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के फ़ैसले का इंतज़ार है. बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी के नेताओं को बिहार के घटनाक्रम को लेकर बयानबाज़ी न करने को कहा है. बिहार बीजेपी के नेताओं ने नीतीश कुमार से चर्चा की है.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. बिहार की सियासत के लिहाज से सोमवार का दिन घटनाक्रम से भरा रहा., खबरें हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की है. हालांकि जेडीयू नेताओं का बीजेपी पर लगातार हमला जारी रहा.जेडीयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राजीव रंजन ने पहले बीजेपी पर निशाना साधा. इसके बाद बारी पार्टी नेता उपेंद्र कुशवाहा की थी जिन्‍होंने 'क्षेत्रीय पाटियों' वाले बयान के लिए बीजेपी प्रमुख जेपी नड्ढा को आड़े हाथ लिया. जेडीयू नेता विजय चौधरी ने कहा कि हम कल (गठबंधन पर) फैसला लेंगे.

  2. जेडीयू और बीजेपी के बीच बढ़ती खटास के बीच वामदलों ने सोमवार को कहा है कि वह राज्‍य में बनने वाले ऐसे किसी भी गठबंधन का स्‍वागत करेंगे जिसमें बीजेपी शामिल नहीं हो. CPIML (Liberation) के महासचिव ने पीटीआई से कहा, "जेडीयू यदि बीजेपी के साथ संबंध तोड़ती है तो हम उसे सहयोग देंगे. "CPIML(L) के बिहार में 11 विधायक हैं.  

  3. सूत्रों के मुताबिक सीएम नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता दल (राजद), वाम मोर्चा और कांग्रेस के साथ एक वैकल्पिक सरकार बनाने की योजना बना रहे हैं. दरअसल पार्टी के अधिकांश विधायक मध्यावधि चुनाव नहीं चाहते हैं. इसलिए अन्य पार्टियों से सरकार बनाने को लेकर बातचीत चल रही है.

  4. जेडीयू का आरोप है कि बीजेपी उनकी पार्टी तोड़ने की कोशिश कर रही है और आरसीपी सिंह के ज़रिए जेडीयू को नुक़सान पहुंचाने में लगी है. रविवार को पार्टी ने सार्वजनिक तौर पर बीजेपी पर हमला भी बोला.  जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन ने बीजेपी का नाम लिए बिना उनपर साजिश रचने का आरोप लगाया और उन्हें "उचित समय पर" बेनकाब करने की धमकी दी थी.

  5. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अपनी पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों की बैठक भी बुलाई है, जिससे कि गठबंधन टूटने की अटकलें तेज हो गई हैं.

  6. नीतीश के करीबी सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से बिहार भाजपा नेताओं द्वारा उन पर हमला किया जा रहा है, उससे वह नाराज हैं. नीतीश चाहते हैं कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को हटा दिया जाए. मुख्यमंत्री ने विजय कुमार सिन्हा पर कई बार अपना आपा खोया है, उन पर नीतीश कुमार ने अपनी सरकार के खिलाफ सवाल उठाकर संविधान का खुले तौर पर उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.

  7. नीतीश कुमार इस बात से भी नाराज हैं कि जून 2019 में नरेंद्र मोदी सरकार में केवल एक ही मंत्री पद की पेशकश उनकी पार्टी के लिए की गई थी.

  8. जेडीयू प्रमुख राज्य और राष्ट्रीय चुनाव एक साथ कराने के भी खिलाफ हैं. राज्यों और संसद के चुनाव एक साथ कराने का विचार पीएम मोदी ने किया था, जिसका विपक्ष ने कड़ा विरोध किया है. यह उन मुद्दों में से एक था, जहां जेडीयू को विपक्ष के साथ आम जमीन मिली.

  9. नीतीश कुमार बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा सहयोगियों को केंद्रीय मंत्रियों के रूप में सांकेतिक प्रतिनिधित्व की पेशकश पर भी नाराज हैं.

  10. पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह, जिन्होंने शनिवार को जेडीयू छोड़ दी थी, उन्होंने केंद्रीय मंत्री बनने के लिए नीतीश कुमार को दरकिनार करते हुए, बीजेपी नेतृत्व से सीधे तौर पर बातचीत की थी. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन) सिंह ने रविवार को कहा, "केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने की क्या जरूरत है? मुख्यमंत्री ने 2019 में फैसला किया था कि हम केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं होंगे."