नई दिल्ली:
पूर्व सांसद अतीक अहमद की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. उमेश पाल अपहरण केस में 28 मार्च को प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट का फैसला आने वाला है. फैसला सुनाने के लिए अतीक और अशरफ को प्रयागराज लाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश पुलिस के 20 जवान माफिया डॉन को गुजरात के साबरमती जेल से लेकर निकले हैं. कई तरह की आशंकाओं के बीच गुजरात से यूपी आने के लिए अतीक अहमद तैयार नहीं था. इस बीच एनडीटीवी के पास जानकारी है कि किस संभावित रास्ते से पुलिस उसे लेकर प्रयागराज पहुंचेगी.
- जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश पुलिस साबरमती, वडोदरा, उज्जैन, भोपाल, विदिशा, सागर, खजुराहो, सतना, रीवा के रास्ते प्रयागराज पहुंचेगी.
- अतीक अहमद को लेकर पुलिस ने 18 स्पॉट बनाये हैं जो सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण है. अगर बीच मे यात्रा के दौरान गाड़ी रोकनी पड़ेगी तो इन्ही चिन्हित स्पॉट पर गाड़ी को रोका जाएगा.कुल 20 पुलिसकर्मियों की टीम है जो अतीक को लेकर आ रही है.
- अतीक अहमद की तरफ से उसके वकील ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दी थी जिसमें कहा गया था कि जब पूरी सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई है तो फैसला भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही सुनाया जाए.
- बरेली जेल से अतीक के भाई अशरफ को भी प्रयागराज लाया जाएगा. प्रोडक्शन वारंट के जरिए अतीक और अशरफ को प्रयागराज लाया जा रहा है.
- बीएसपी विधायक राजू पाल मर्डर केस के गवाह उमेश पाल का अपहरण साल 2006 में हुआ था. अपहरण केस में गवाही न देने के लिए उनसे जबरन हलफनामा ले लिया गया था. उमेश पाल ने साल 2007 में अपने अपहरण का पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के खिलाफ केस दर्ज कराया था.