वे 10 हमले जिन्होंने सबसे सेफ माने जाने वाले एयरपोर्ट्स की सुरक्षा व्यवस्था में लगा दी सेंध

वे 10 हमले जिन्होंने सबसे सेफ माने जाने वाले एयरपोर्ट्स की सुरक्षा व्यवस्था में लगा दी सेंध

नई दिल्ली: दुनिया के वे देश जिनके पास विश्व की हाई-एंड सुरक्षा तकनीक और व्यवस्था हैं, वे भी अपने एयरपोर्ट आतंकवाद की जद में आने से नहीं बचा सके। कभी एयरपोर्ट पर और कभी उड़ते हवाई जहाजों में गोलीबारी, बम विस्फोट जैसी घटनाओं को अभी तक कोई पुख्ता तरीके से रोका नहीं जा सका है, हालांकि कोशिशे जारी हैं...

आइए एक नजर डालें उन कुछ हमलों पर जिन्होंने एयरपोर्ट्स के सुरक्षा इंतजामात में सेंध लगा दी

  1. 29 जून 2016 को तुर्की के शहर इस्तांबुल के अतातुर्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुए बम धमाके में 36 लोगों की मौत हो गई और तकरीबन 150 लोग घायल हो गए। तुर्की के पीएम के मुताबिक, शुरुआती जांच में पता चला है कि हमले में शामिल रहे तीनों आतंकियों ने खुद को धमाका कर उड़ा लिया। यह खबर लिखे जाने तक किसी संगठन ने हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है लेकिन इसके पीछे आईएस के आतंकियों पर शक़ जताया जा रहा है। तुर्की में जनवरी से अब तक 6 बड़े आतंकी हमले हुए हैं जिसमें आम लोगों के साथ साथ सैनिकों को भी निशाना बनाया गया है।

  2. बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशन पर 22 मार्च 2016 को हुए विस्फोटों में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई। इसमें जिन दो फिदायीनों के नाम सामने आए थे, खालिद और इब्राहम अल बक्रोई, ये दोनों ही ब्रसेल्स के रहने वाले थे और पुलिस एक अपराध के सिलसिले में इन्हें पहचानती भी थी। आईएस ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली थी।

  3. पाकिस्तान में ही 8 जून 2014 को 10 आतंकियों ने कराची में जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हमला कर दिया। इसमें 36 लोग मारे गए थे। इन आतंकियों के पास ऑटोमैटिक हथियार थे और एक रॉकेट लॉन्चर भी था। मारे गए लोगों में 10 अटैकर भी थे। इसमें 18 लोग घायल हुए थे।

  4. पाकिस्तान के पेशावर में 15 दिसंबर 2012 को बाचा खान इंटरनेशल एयरपोर्ट पर हमला किया गया। पांच रॉकेट एयरपोर्ट की ओर दागे गए। इसमें चार लोगों के मारे जाने और 40 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर थी।

  5. रूस के मॉस्को में 24 जनवरी 2011 को दोमोदिदोवो एयरपोर्ट (Domodedovo airport) पर आत्मघाती हमले में कम से कम 35 लोग मारे गए थे। करीब 180 लोग घायल हुए थे। हमलावर ने होममेड बम से हमला किया था जिसे धातु की छोटी छोटी टुकड़ियों से मिलाकर बनाया गया था। हमलावर की उम्र महज 20 साल बताई गई।

  6. स्पेन में 30 दिसंबर 2006 को मैड्रिड बाराजस एयरपोर्ट के टर्मिनल 4 के पार्किंग स्लॉट में वैन में बम विस्फोट के जरिए आतंकी हमले को अंजाम दिया। इसमें दो लोग मारे गए थे जबकि 52 लोग घायल हुए थे। Euskadi Ta Askatasuna नामक आतंकवादी ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।

  7. श्रीलंका के बंदारनाइक एयरपोर्ट (Bandaranaike Airport) पर जुलाई 2001 में श्रीलंकाई विद्रोहियों ने हमला बोल दिया था। इसमें लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम ब्लैक (LTTE) के ब्लैक टाइगर स्कवॉड के 14 लोगों ने इस हमले को अंजाम दिया था। इसमें आत्मघाती हमलों के अलावा मोर्टार, बंदूकों और बमों के जरिए आठ मिलिट्री और पांच पैसेंजर विमानों को उड़ा दिया गया था।

  8. एयर इंडिया फ़्लाइट 182 मॉन्ट्रियल-लंदन-दिल्ली-मुंबई मार्ग के बीच परिचालित होने वाली एयर इंडिया की उड़ान थी। 23 जून 1985 को इसे बम से उड़ा दिया गया था। सम्राट कनिष्क नामक इस विमान में उस समय विस्फोट से उड़ाया गया जब वह आयरिश हवाई क्षेत्र से उड़ रहा था। विस्फोट के बाद अटलांटिक महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें 329 लोगों की मृत्यु हुई, जिनमें अधिकांश भारत में जन्मे या भारतीय मूल के 280 कनाडाई नागरिक और 22 भारतीय शामिल थे। यह घटना आधुनिक कनाडा के इतिहास में सबसे बड़ी सामूहिक हत्या थी। विस्फोट और वाहन का गिरना, संबंधित नारिटा हवाई अड्डे की बमबारी के एक घंटे के भीतर घटित हुआ।

  9. 20 अप्रैल 1984 में हीथ्रो एयरपोर्ट पर टर्मिनल 2 पर हुए बम धमाके ने एयरपोर्ट को दहला दिया। बैगेज एरिया में हुए इस विस्फोट के वक्त वहां 60 लोग मौजूद थे। इसमें कम से कम 23 लोग घायल हुए थे। हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली थी।

  10. माना जाता है कि दुनिया का पहला टेररिस्ट अटैक जो किसी फ्लाइट में अंजाम दिया गया, वह था क्यूबाना फ्लाइट 455 पर हुआ हमला। यह 6 अक्टूबर 1976 को अंजाम दिया गया। बारबादोस से जमैका जाने रही फ्लाइट को दो टाइम बमों के धमाके ने दहला दिया था। इसमें 73 लोगों की मौत हो गई थी।