
उर्जित पटेल ने आज रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर के पद का कार्यभार संभाल लिया है. उन्होंने रघुराम राजन की जगह ली है जिनका कार्यकाल 4 सितंबर 2016 को समाप्त हो गया. उर्जित पटेल केंद्रीय बैंक के 24वें गवर्नर बने हैं.
आइए जानें उनके बारे में कुछ खास बातें :
संभवत: वह केंद्रीय बैंक के पहले गवर्नर हैं जो किसी निजी कंपनी के साथ काम कर चुके हैं. पटेल मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ काम कर चुके हैं.
वह रघुराम राजन के करीबी सहयोगी माने जाते हैं. उन्हें महंगाई के खिलाफ मोर्चा संभालने वाले राजन के मजबूत सिपाही के तौर पर जाना जाता है.
पटेल उस समिति के अध्यक्ष थे, जिसने थोक मूल्यों की जगह खुदरा मूल्यों को महंगाई का नया मानक बनाए जाने सहित कई अहम बदलाव लाए.
उन्हें 7 जुलाई 2013 को आरबीआई का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था और इस साल जनवरी में उनका कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ाया गया था.
52 वर्षीय उर्जित रिजर्व बैंक में मॉनिटरी पॉलिसी संभाले हुए हैं और देश में महंगाई को काबू में रखने में उनका अहम योगदान माना जाता है.
रघुराम राजन वित्त मंत्रालय के प्रत्यक्ष कर को लेकर बने टास्क फोर्स, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग आदि में कार्य कर चुके हैं.
पटेल लंदन स्कूल इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएट प्राप्त हैं. इसके बाद उन्होंने येल यूनिवर्सिटी से पीएचडी की.
पटेल 1996-1997 के दौरान आईएमएफ से प्रतिनियुक्ति पर भारत आए थे और कर्ज बाजार के विकास, बैंकिंग सुधार, पेंशन सुधार और विदेशी मुद्रा बाजार के विकास के लिए सलाहकार का कार्य किया था.
इसके बाद वर्ष 1998 से 2001 के बीच वह वित्तमंत्रालय आर्थिक मामलों के विभाग में सलाहकार के तौर पर भी काम कर चुके हैं.
उन्होंने भारतीय वृहद्-अर्थव्यवस्था, मौद्रिक नीति, सार्वजनिक वित्त, वित्तीय क्षेत्र, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और नियामकीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में कई किताबें लिखी हैं.