नई दिल्ली:
सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान मक्का के निकट मीना में मची भगदड़ में 310 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं, और 450 से ज़्यादा ज़ख्मी हुए हैं। इस साल यहां दुनियाभर से लगभग 20 लाख लोग हज करने आए, जिनमें लगभग एक लाख भारतीय भी शामिल हैं। ये हैं हादसे से जुड़ी 10 ताजातरीन बातें...
10 अपडेट...
- मक्का से कुछ ही किलोमीटर दूर मीना में लगे शिविर की गली 204 में यह भगदड़ मची, जहां दुनियाभर से आए हजयात्री कई-कई दिन तक ठहरते हैं।
- अधिकारियों के अनुसार, भगदड़ शैतान को पत्थर मारने की रस्म अदायगी के दौरान मची, जहां हजयात्री तीन खंभों पर पत्थर फेंकते हैं।
- टीवी और सोशल मीडिया पर तस्वीरों में हजयात्रियों को एमरजेंसी कार्यकर्ताओं द्वारा स्ट्रेचरों पर ले जाते दिखाया जा रहा है। सईदी सिविल डिफेंस ने ट्विटर पर कहा, "बड़े-बड़े समूहों को अलग-अलग करने के लिए काम जारी है, और हजयात्रियों को वैकल्पिक रास्तों पर भेजा जा रहा है..."
- गुरुवार को बकरीद भी है, जब मुस्लिम लोग भेड़ की बलि देते हैं। एक ही जगह पर बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने रस्म अदायगी की कोशिश की।
- यह एक ही महीने के दौरान मक्का में हुआ दूसरा बड़ा हादसा है। 12 सितंबर को भी एक कंस्ट्रक्शन क्रेन के ग्रैंड मस्जिद पर गिर जाने से 107 लोग मारे गए थे।
- दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक हज के दौरान पहले भी हादसे होते रहे हैं। अधिकतर हादसे भगदड़ के रूप में हुए हैं, क्योंकि श्रद्धालु जल्द से जल्द रस्में पूरी कर घर लौटना चाहते हैं।
- जनवरी, 2006 में भी मीना में ही शैतान को पत्थर मारने की रस्म अदायगी के दौरान भगदड़ मची थी, जिसमें 364 लोग मारे गए थे।
- हालांकि पिछले दो दशकों के दौरान बुनियादी ढांचे में किए गए जबरदस्त सुधारों और भीड़ नियंत्रित करने की तकनीकों पर किए गए भारी खर्च की बदौलत पहले की तुलना में इन हादसों में काफी कमी आई है।
- हज यात्रा इस्लाम के पांच मूलभूत स्तंभों में शुमार की जाती है, और प्रत्येक मुस्लिम जीवन में कम से कम एक बार यह यात्रा करना चाहता है।