शाहरुख़ को डॉक्टर की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है (फाइल फोटो)
एडिनबरा:
पिछले दिनों ब्रिटेन के एडिनबरा यूनिवर्सिटी ने शाहरुख ख़ान को डॉक्टरेट की मानद् उपाधि से सम्मानित किया था। इस मौके पर शाहरुख ने वहां मौजूद छात्रों से अपने जीवन से जुड़े कुछ अहम अनुभव बांटे। पढ़िए शाहरुख के दिए इस भाषण की दस ख़ास बातें जिन्हें इंटरनेट पर काफी पढ़ा जा रहा है।
शाहरुख के दिए कुछ सबक :
- सामान्य का मतलब है बेजान। एक सफल और खुशहाल जिंदगी के लिए किसी भी तरह की पागलपंती जरूरी है। अपनी छोटी छोटी पागलपंती को दुनिया से छुपाइए मत। दुनिया के सबसे खूबसूरत और कलात्मक लोग सिर्फ इसलिए कमाल कर पाए क्योंकि उन्होंने अपनी उस 'सनक' को मरने नहीं दिया।
- बहादुर होने का मतलब है डरना लेकिन इसके बावजूद इस डर से पार पा जाना। अपने डर को खुद पर हावी मत होने दीजिए, डर लगता है तो लगने दीजिए लेकिन उससे लड़िए, उसका सामना कीजिए और फिर देखिए कुछ गलत नहीं होगा। लेकिन अगर आप डर के साथ जीते रहेंगे तो शायद सब कुछ गलत ही होता चला जाएगा।
- अव्यवस्थित या भ्रमित रहने में कुछ गलत नहीं है। दुनिया के बारे में बहुत कुछ स्पष्टता भ्रमित होकर ही मिलती है।
- कलाकार से ज्यादा जरुरी है कला। अपनी कला से ज्यादा लगाव मत रखिए, दबे सहमे मत रहिए, आगे बढ़िए।
- अमीर होने से पहले फलसफे देने की गलती मत कीजिए
- अगर आप किसी काम को करने के लिए तैयार नहीं है, आपमें उस काम के लिए वो जोश नहीं है तो उसे मत कीजिए।
- चक दे इंडिया ने मुझे सिखाया कि कोई ताकत शायद तुम्हें पीछे धकेले लेकिन जब तक तुम उठकर उसका सामना नहीं करोगे और अपना रास्ता खुद नहीं बनाओगे, आगे नहीं बढ़ पाओगे।
- मेहनत से पढ़ाई करो, मेहनत से काम करो, खेलो कूदो भी जमकर। अपने आपको नियमों में मत बांधो, किसी को नुकसान मत पहुंचाओ और किसी और का सपना तुम मत जीओ।
- हिंदी फिल्मों की तरह लाइफ में भी अंत में सब ठीक हो जाता है। और अगर न हो, तो वो अंत नहीं है, पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त।
- अपने सपने को जी लो, किसी नियम में मत बंधो, आज में जिओ, अभी जीओ