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This Article is From Apr 26, 2022

Wednesday Worship: बुधवार के दिन इन भगवान का होता है मान्यतानुसार पूजन, जानें महत्व और पूजा विधि

Wednesday Worship: बुधवार (Wednesday) के दिन बुद्धि के देवता माने जाने वाले भगवान गणेश की पूजा (Lord Ganesh Puja) की जाती है. इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के मुताबिक इस दिन बुध देव (Budh Dev) की भी पूजा की जाती है.

Wednesday Worship: बुधवार के दिन इन भगवान का होता है मान्यतानुसार पूजन, जानें महत्व और पूजा विधि
Wednesday Worship: कहा जाता है कि बुधवार को विघ्नहर्ता भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने से विघ्न दूर होते हैं.

Wednesday Worship: मान्यतानुसार हफ्ते का प्रत्येक दिन अलग-अलग देवताओं को समर्पित है. बुधवार (Wednesday) के दिन बुद्धि के देवता माने जाने वाले भगवान गणेश की पूजा (Lord Ganesh Puja) की जाती है. इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के मुताबिक इस दिन बुध देव (Budh Dev) की भी पूजा की जाती है. माना जाता है कि अगर कुंडली में बुध ग्रह (Mercury Planet) अशुभ स्थिति में है तो बुधवार को भगवान गणेश (Lord Ganesha) की पूजा से लाभ मिलता है. ज्योतिष शास्त्र के जानकारों का मानना है कि बुधवार के स्वामी बुध ग्रह, बुद्धि का कारक है. इसके अलावा भगवान गणेश को बुद्धि का देवता (God of Wisdom) माना जाता है. इनकी पूजा से बुद्धि बढ़ती है. आइए जानते हैं बुधवार को किस भगवान की पूजा होती है और उनकी पूजा किस प्रकार करनी चाहिए. 

बुधवार के दिन क्यों होती है गणेशजी की पूजा?

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक बुधवार भगवान गणेश को समर्पित है. कहा जाता है कि इस दिन विघ्नहर्ता भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने से विघ्न दूर होते हैं. इसके अलावा इनकी पूजा से शिक्षा में आ रही बाधाएं भी दूर होती हैं. माना जाता है कि भगवान गणेश सभी प्रकार के दुखों का नाश करते हैं. इसलिए बुधवार का दिन उनकी पूजा के लिए उत्तम माना जाता है. 

भगवान गणेश की पूजा विधि (Ganesha Puja Vidhi) 

भगवान गणेश की पूजा के लिए सुबह उठकर नित्य क्रिया से निवृत हो जाएं. इसके बाद स्नान करके पूजा शुरू करनी चाहिए. भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने साफ-सुथरे आसन पर बैठ जाएं और उनका ध्यान करें. पूरब या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठना शुभ माना गया है. भगवान गणेश की पूजा में धूप, दीप, पुष्प, दूर्वा, रोली, लाल चंदन, कपूर और भोग के लिए मोदक का इस्तेमाल किया जाता है. पूजा के दौरान गणेशजी को सूखे सिंदूर का तिलक लगाना शुभ माना गया है. पूजा के बाद भगवान गणेश की आरती करें.

मंत्र- ''ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुद्धि प्रचोदयात्''

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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