विज्ञापन

Sunita Williams ने खुद को बताया आध्यात्मिक, अंतरिक्ष में भी लेकर गईं इन भगवान की मूर्ति 

Sunita Williams Religion: अंतरिक्ष से लौटने पर सुनीता विलियम्स के धर्म और धर्म में विश्वास को लेकर कई चर्चाएं हुईं. इसपर सुनीता ने बताया किस तरह आध्यात्मिक विश्वास ने उन्हें अंतरिक्ष में हिम्मत बंधाई.

Sunita Williams ने खुद को बताया आध्यात्मिक, अंतरिक्ष में भी लेकर गईं इन भगवान की मूर्ति 
Sunita Williams ने 9 महीने स्पेस में अपने साथ किन भगवान की मूर्ति को रखा, आप भी जान लीजिए. 

Sunita Williams Spirituality: सुनीता विलियम्स NASA की एस्ट्रोनोट हैं जो 9 महीने अंतरिक्ष में रहने के बाद वापस लौट आई हैं. सुनीता ने वापस आने के बाद स्पेस में अपने अनुभव को लेकर भी कई बार बात की. इस बीच सुनीता ने अपने धार्मिक विश्वासों के बारे में भी बताया. सुनीता का जन्म और परवरिश यूनाइटेड स्टेट्स में हुई है लेकिन उनकी जड़ें भारत (India) से जुड़ी हैं जिससे उन्होंने दुनिया को अवगत कराया है. सुनीता के पिता दीपक पांड्या का परिवार भारत के गुजरात में स्थित एक गांव झुलासन से है और मां बोनी पांड्या का परिवार सोलवीन है. सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष से जब भारत में दीवाली की जगमगाहट देखी थी तो अपने पिता को याद किया था. ऐसे में अपने धार्मिक विश्वासों को लेकर सुनीता ने खुद को आध्यामिक बताया है. सुनीता अपने साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर श्रीमद्भगवद्गीता (Bhagavad Geeta) लेकर गई थीं. साथ ही, सुनीता के साथ हमेशा रही थी इन एक भगवान की मूर्ति. 

World Backup Day 2025: आज है वर्ल्ड बैकअप डे, जानिए किस-किस तरह सेव किया जा सकता है जरूरी डाटा

स्पेस में किन भगवान की मूर्ति लेकर गई थीं सुनीता विलियम्स | Which God Idol Sunita Williams Took to Space 

सुनीता विलियम्स अपने साथ स्पेस मिशन पर भगवान गणेश (Lord Ganesha) की मूर्ति लेकर गई थीं. सुनीता ने कहा था कि इन्हें तो सुनीता के साथ आना ही था. भगवान गणेश हमेशा से सुनीता की जिंदगी में उन्हें रास्ता दिखाते रहे हैं. भगवान गणेश की मूर्ति को स्पेस में ले जाकर ना सिर्फ सुनीता ने अपनी भारतीय जड़ों से जुड़ाव महसूस किया बल्कि पृथ्वी से बाहरी दुनिया तक वे आध्यात्म को भी लेकर गईं. 

साथ रही श्रीमद्भगवद्गीता 

भगवान गणेश की मूर्ति के साथ ही सुनीता विलियम्स अपने साथ श्रीमद्भगवद्गीता की कॉपी को अंतरिक्ष यात्रा के लिए लेकर गईं. श्रीमद्भगवद्गीता और उपनिषद दोनों ही सुनीता की जिंदगी में उनके लिए जिंदगी में गाइडेंस का स्त्रोत रहे हैं. सुनीता इन्हें पढ़कर फोकस और क्लैरिटी महसूस करती हैं. इनसे सुनीता को शांति मिलती है और अपना उद्देश्य समझने में मदद मिलती है. सुनीता के लिए अंतरिक्ष (Space) की गहराई और अपने वैयक्तित्व की गहराई को समझने का जरिया बनी भगवद गीता. 

विज्ञान और आस्था 

सुनीता विलियम्स ने वक्त-वक्त पर इस बात को उजागर किया है कि किस तरह साइंस और आस्था एकसाथ चल सकते हैं. अपने कई इंटरव्यूज में सुनीता इस बात का भी जिक्र करती आई हैं कि अपनी सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखना कितना जरूरी है. सुनीता ने दुनियाभर के युवाओं को यह संदेश भी दिया है कि आपके आगे जो है उसे पाने के लिए अपने कल से किनारा ना करें, अपनी संस्कृति को ना छोड़ें.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: