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This Article is From Jun 01, 2022

Covered Head During Worship: पूजा-पाठ के वक्त सिर क्यों ढका जाता है, जानिए इसके पीछे की धार्मिक मान्यता और वैज्ञानिक कारण

Covered Head During Worship: पूजा-पाठ के दौरान सिर ढकने की परंपरा है. मान्यतानुसार पूजा के दौरान सिर ढकने से मन शांत रहता है.

Covered Head During Worship: पूजा-पाठ के वक्त सिर क्यों ढका जाता है, जानिए इसके पीछे की धार्मिक मान्यता और वैज्ञानिक कारण
Covered Head During Worship: पूजा के दौरान सिर ढकने के पीछे धार्मिक मान्यता और वैज्ञानिक कारण हैं.

Covered Head During Worship: सनातन धर्म में पूजा-पाठ के दौरान सिर ढकने (Covered Head) की परंपरा सदियों से चली आ रही है. महिलाएं बड़ों को सम्मान देने के लिए साड़ी या दुपट्टा से अपना सिर ढक लेती हैं. यह परंपरा आज भी समाज में कायम है. वैसे तो सिर ढकना सम्मान का सूचक माना जाता है, लेकिन पूजा के दौरान न सिर्फ महिलाएं अपना सिर ढकती हैं, बल्कि पुरुषों के लिए भी यह अनिवार्य माना गया है. धार्मिक मान्यता के अनुसार ऐसा करना शुभ होता है. माना जाता है कि इससे पूजा का पूरा लाभ मिलता है. आइए जानते हैं कि पूजा के दौरान सिर ढकने के पीछे की धार्मिक मान्यता और वौज्ञानिक कारण क्या है.  


पूजा के दौरान सिर ढकने का वौज्ञानिक कारण | Scientific reason for covering head during worship


दरअसल जब पूजा-पाठ किया जाता है तो उस वक्त सिर ढक लिया जाता है. इस बारे में कहा जाता है कि वातावरण में कई प्रकार की निगेटिव एनर्जी रहती हैं. जिसमें से कुछ बहुत खराब होती हैं. पूजा-पाठ के दौरान ये नकारात्मक ऊर्जा अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश करती हैं. वहीं अगर सिर खुला रहता है तो विद्धुतीय तरंगे व्यक्ति के भीतर प्रवेश करने लगती हैं. जिसके कारण सिर दर्द और आंखों की समस्या होने लगती हैं. इसके अलावा वातावरण में मौजूद कीटाणु सिर में चिपक जाते हैं. जो कि कई रोगों का कारण भी बनते हैं. 


पूजा के दौरान सिर ढकने की धार्मिक मान्यता | Religious belief of covering head during worship


धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक पूजा में कालें रंग का प्रयोग करना निषेध है. हमारे बाल ही काले होते हैं. इसलिए पूजा के दौरान नकारात्मकता से बचने के लिए सिर ढकना जरूरी होता है. पूजा के दौरान सिर ढकने के पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि सिर ढककर हवन करने से आग की लपटों से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है. वहीं गरुड़ पुराण के मुताबिक पूजा के दौरान सिर ढकने से चंचल मन भटकता नहीं है. जिससे पूजा में एकग्रता आती है. मान्यता है कि इस नियम का पालन करने से पूजा का पूरा फल मिलता है. इसके अलावा कई लोगों को बाल झड़ने और डेंड्रफ जैसी समस्या होती है. पूजा के दौरान ये पूजन की सामग्री में ना गिर जाए इसलिए सिर ढका जाता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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