विज्ञापन
Story ProgressBack

शिवलिंग पर जल चढ़ाते वक्त इन तीन स्थानों को करें स्पर्श, रोगों से मिलेगी मुक्ति

अगर आप सीधे जाकर शिवलिंग पर ऐसे ही जल चढ़ा देते हैं, तो आज से ऐसा करना बंद कर दें, क्योंकि कहा जाता है शिवलिंग पर जल चढ़ाने से पहले उसमें स्थित अगर इन तीन जगह को स्पर्श किया तो इससे भक्तों के सभी दोष दूर होते हैं.

Read Time: 3 mins
शिवलिंग पर जल चढ़ाते वक्त इन तीन स्थानों को करें स्पर्श, रोगों से मिलेगी मुक्ति
शिवलिंग के चारों ओर बने गोल स्थान पर माता पार्वती विराजमान होती है.

Shiv puja Vidhi : कहते हैं देवों के देव महादेव को प्रसन्न करना सबसे आसान है. अगर शिवलिंग पर केवल जल ही अर्पित कर दिया जाए, तो इससे भोलेनाथ प्रसन्न होकर अपने भक्तों के ऊपर असीम कृपा बरसाते हैं. लेकिन अक्सर लोगों का सवाल रहता है कि शिवलिंग पर हमें किस तरह से जल चढ़ाना चाहिए? तो अगर शिवलिंग पर आप सीधे जाकर जल अर्पित करते हैं, तो ऐसा करना बंद कर दें, क्योंकि हम आपको बताते हैं वो तीन जगह जहां पर शिवलिंग में आपको सबसे पहले कहां स्पर्श करना चाहिए और उसके बाद ही शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए.

मीन राशि में उदय होंगे बुध ग्रह, इन चार राशियों के खुलेंगे किस्मत के दरवाज़े, होगा धन लाभ

शिवलिंग पर जल चढ़ाने से पहले यहां चढ़ाएं जल

शिवलिंग में केवल भगवान शिव का वास नहीं होता, बल्कि इसमें उनकी धर्मपत्नी पार्वती माता के साथ ही उनके दोनों पुत्र गणेश जी, कार्तिकेय जी और उनकी पुत्री अशोक सुंदरी भी विराजित हैं. ऐसे में शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए सबसे पहले अपने हाथों से शिवलिंग के आगे के हिस्से में बने दाएं और बाएं स्थान को छुएं. कहते हैं यहां पर उनके पुत्र गणेश भगवान और कार्तिकेय भगवान विराजमान होते हैं, यहां जल चढ़ाने के बाद 5 से 7 बार अपने हाथों से इसे दबाना चाहिए, जैसे आप किसी के हाथ पैर दबा रहे हो. इस दौरान श्री शिवाय: नमस्तुभ्यं' या ऊ नम शिवाय: मंत्र का जाप करना चाहिए, इससे संतान सुख की प्राप्ति होती है और अगर बच्चे को कोई बीमारी है तो वो भी दूर होती है.

दूसरा स्थान

शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय जहां से जल प्रवाहित होता है यानी कि जो बीच का स्थान होता है वो शिवजी की पुत्री अशोक सुंदरी का होता है. यहां पर बेलपत्र को छुआ कर शिवलिंग पर चढ़ाएं, इसके बाद इस स्थान को स्पर्श करें, जल अर्पित करें और अपनी मनोकामना भगवान शिव के सामने प्रकट करें. ऐसा करने से विवाह में आने वाली अड़चन दूर होती है, साथ ही मांगलिक दोष से भी छुटकारा मिलता है.

तीसरा स्थान

शिवलिंग के चारों ओर बने गोल स्थान पर माता पार्वती विराजमान होती हैं, अपने हाथों से इस स्थान को स्पर्श करने के बाद यहां जल अर्पित करें. इससे भोलेनाथ हर बीमारी को दूर करने में आपकी मदद करते हैं. इस स्थान को दबाने से व्यक्ति को गंभीर से गंभीर बीमारी से निजात मिलती है, इन तीनों जगह को छूने के बाद और जल चढ़ाने के बाद शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
Shani Vakri 2024: 30 जून से वक्री शनि चलेंगे उल्टी चाल, 139 दिन इन राशियों मिलेगा लाभ
शिवलिंग पर जल चढ़ाते वक्त इन तीन स्थानों को करें स्पर्श, रोगों से मिलेगी मुक्ति
इन देवी देवताओं को केले के पत्ते पर लगाएं भोग, मिलेगी कृपा
Next Article
इन देवी देवताओं को केले के पत्ते पर लगाएं भोग, मिलेगी कृपा
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;