
Goddess Lakshmi Puja On Diwali 2023: दिवाली के पूजन में अब ज्यादा दिन का वक्त नहीं बचा है. साल में एक बार आने वाले इस दिन को और विशेष बनाने के लिए अलग अलग लोग अलग अलग प्रकार से पूजन करते हैं. इस पर्व के लिए बाजारों में खास साज सज्जा का सामान मिलता है. माता लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) के पूजन के लिए कई प्रकार का विशेष सामान खरीदा जाता है जिसमें एक फल भी शामिल है. देश के कुछ हिस्सों में इस फल से माता लक्ष्मी का पूजन (Lakshmi Puja) करने का खास महत्व माना जाता है. ये फल लाल बेर (Ber) के नाम से जाना जाता है जो राजस्थान (Rajasthan) के भीलवाड़ा में मिलता है. ये फल घने जंगलों में उगता है और बाजारों में अधिकांशतः दीपावली के मौके पर ही पाया जाता है. इस मौके पर इस फल की कीमत 100 रु. प्रति किलो तक होती है.
ऐसा होता है स्वाद
भीलवाड़ा के जंगलों में मिलने वाले इस लाल बेर का स्वाद भी बहुत अलग और बेहतरीन होता है. इस बेर की बिक्री करने वाले विक्रेताओँ के मुताबिक कई दशकों से लाल बेर यहां बिक रहा है. इन दिनों भीलवाड़ा के जंगलों में लाल बेर खूब उगते हैं जिन्हें ग्रामीण तोड़ कर लाते हैं और बहुत शौक से इस फल को खाना पसंद करते हैं.
सौ किलो तक है इसका भाव
दिवाली के आसपास मिलने वाले इस फल को खाने का जितना शौक रखा जाता है इससे पूजन का महत्व भी उतना ही ज्यादा माना जाता है. खासतौर से भीलवाड़ा और इसके आसपास के इलाकों में लाल बेर बहुत शुभ माना जाता है. इस लाल बेर को माता लक्ष्मी के पूजन में चढ़ाया जाता है. दिवाली पूजन के समय में ये सबसे छोडा फल होता है जो थाली की शोभा बढ़ाता है. इस दौरान फल की कीमत सौ रु. प्रति किलो तक पहुंच जाती है. उसके बाद भी लोग इस फल को खरीदना पसंद करते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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