Surya Grahan 2019: Solar Eclipse के दौरान क्या करें और क्या नहीं?

Surya Grahan 2019: सूर्य ग्रहण को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2019) के रूप में दिखाई देगा.

Surya Grahan 2019: Solar Eclipse के दौरान क्या करें और क्या नहीं?

26 दिसंबर को है साल 2019 का आखिरी सूर्य ग्रहण.

खास बातें

  • 26 दिसंबर को है 2019 का आखिरी सूर्य ग्रहण
  • सूर्य ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
  • देश के कई हिस्सों में दिखेगा सूर्य ग्रहण
नई दिल्ली:

Solar Eclipse 2019: 26 दिसंबर को इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने वाला है. भारतीय समयानुसार यह ग्रहण सुबह 8 बजे से शुरू होगा और 10 बजकर 57 मिनट तक प्रभावी रहेगा. यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा जो भारत समेत ऑस्ट्रेलिया, फिलिपिंस, साउदी अरब और सिंगापुर जैसी जगहों पर देखा जा सकेगा. आपको बता दें, इससे पहले इस साल 6 जनवरी और 2 जुलाई को आंशिक सूर्यग्रहण लगा था लेकिन यह इस साल का पहला पूर्ण सूर्यग्रहण है. भारत में सूर्योदय के बाद इस वलयाकार सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा.

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सूर्य ग्रहण का समय
भारतीय मानक समय अनुसार आंशिक सूर्यग्रहण सुबह आठ बजे आरंभ होगा, जबकि वलयाकार सूर्यग्रहण की अवस्था सुबह 9.06 बजे शुरू होगी. सूर्य ग्रहण की वलयाकार अवस्था दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी, जबकि ग्रहण की आंशिक अवस्था दोपहर 1 बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगी.

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भारत में कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण? 
ग्रहण की वलयाकार प्रावस्था का संकीर्ण गलियारा देश के दक्षिणी हिस्से में कुछ स्थानों यथा कन्नानोर, कोयंबटूर, कोझीकोड, मदुरई, मंगलोर, ऊटी, तिरुचिरापल्ली इत्यादि से होकर गुजरेगा. भारत में वलयाकार सूर्य ग्रहण के समय सूर्य का करीब 93 फीसदी हिस्सा चांद से ढका रहेगा.

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सूर्य ग्रहण के वक्त क्या करें और क्या करने से बचें
1. ग्रहण काल में खाना-पिना, शोर मचाना या किसी भी प्रकार का शुभ कार्य जैसे पूजा-पाठ आदि नहीं करना चाहिए.
2. हालांकि, आप इस दौरान गुरु मंत्र का जाप, किसी मंत्र की सिद्धी, रामायण, सुंदरकांड का पाठ, तंत्र सिद्धी आदि कर सकते हैं. 
3. सूतक लगने के बाद से ही गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. ग्रहण काल में सूर्य से पराबैंगनी किरणे निकलती हैं, जो गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक होती हैं.
4. ग्रहण खत्म होने के बाद पवित्र नदियों में स्नान कर के शुद्धिकरण कर लेना चाहिए.
5. सूतक लगने से पहले ही घर में मौजूद खाने की सभी वस्तुओं में तुलसी के पत्ते डाल लेने चाहिए. 
6. यदि आपके घर में मंदिर है तो सूतक लगते ही उसके कपाट बंद कर दें या फिर मंदिर को पर्दे से ढक दें. 
7. मान्यता है कि ग्रहण के बाद मन की शुद्धी के लिए दान-पुण्य भी करना चाहिए.

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साल 2020 का पहला सूर्य ग्रहण कब होगा? 
अगला सूर्य ग्रहण भारत में 21 जून, 2020 को दिखाई देगा. यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा. वलयाकार अवस्था का संकीर्ण पथ उत्तरी भारत से होकर गुजरेगा. देश के शेष भाग में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई पड़ेगा.