Vastu tips : इस तरह के संकेत बताते हैं पितर हो गए हैं आपसे नाराज

Pitar dosh : लोगों का मानना है कि पितरों को तर्पण ना करने से वो नाराज हो जाते हैं जिसके कारण पितर दोष घर में होता है. इसके चलते कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है जिसके बारे में आज लेख में बताने जा रहे हैं

Vastu tips : इस तरह के संकेत बताते हैं पितर हो गए हैं आपसे नाराज

Puja tips : आपको पितृ दोष से छुट्टी मिल जाए तो सबसे पहली बात आप पूजा पाठ नित्य नियम से करिए.

Vastu tips : पितर पक्ष के महीने में लोग अपने पूर्वजों का तर्पण और श्राद्ध करते हैं. ऐसी मान्यता है कि इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. लोगों का मानना है कि पितरों को तर्पण ना करने से वो नाराज हो जाते हैं जिसके कारण पितर दोष घर में होता है. इसके चलते कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है जिसके बारे में आज लेख में बताने जा रहे हैं कि ऐसे क्या संकेत हैं जो बताते हैं पितर आपसे नाखुश हैं. 

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पितर की नाराजगी के संकेत

  • अगर आपको कारोबार में बार बार नुकसान हो रहा है तो समझ जाइए आपके पितर आपसे नाराज चल रहे हैं. आर्थिक तंगी भी पितरों के नाखुश होने के कारण होती है.

  • घर में बिना बात के आए दिन क्लेश होता है तो समझिए ये पितरों की नाराजगी की वजह से हो रहा है. ये भी तरीका है पितरों की नाराजगी जानने का.

  • अगर आपके वैवाहिक जीवन में क्लेश हो रहा है, बिन बात के दोनों में लड़ाई हो रही है तो समझ जाइए आपके पितर आपसे नाराज चल रहे हैं. वहीं जिन लोगों को संतान सुख नहीं प्राप्त हो रहा है उन्हें पितर दोष हो सकता है.

पितर को कैसे करें प्रसन्न

- अगर आप चाहती हैं कि आपको पितृ दोष से छुट्टी मिल जाए तो सबसे पहली बात आप पूजा पाठ नित्य नियम से करिए. इसके अलावा पितृ दोष ले मुक्ति पाने का तरीका है कि आप रोज गीता का पाठ करें. इससे पूर्वजों का आशीर्वाद जरूर मिलता है. 

- गीता के सारे अध्याय अगर पढ़ सकते हैं तो ये बहुत अच्छा होगा. अगर सारे अध्याय नहीं कर सकते हैं तो पितृ मुक्ति से जुड़ा सातवां पाठ जरूर पढ़ें. इससे पितरों को मोक्ष प्राप्त हो जाएगा. 

- आपको बता दें कि गीता में अट्ठारह अध्याय हैं और पितर पक्ष के 16 दिन होते हैं. तो ऐसे में जिस दिन श्राद्ध हो उस दिन गीता के दो अध्यायों का पाठ करना चाहिए.  

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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