Shami Puja: शमी के पौधे को शुभ और पवित्र माना जाता है. मान्यता है हि इस पौधे का संबंध शनि देव (Shani Dev) और भगवान शंकर (Lord Shiva) से है. माना जाता है कि इस पौधे की पूजा और इसके नीचे दीपक (Diya) रखने से घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. दीपक जलाने के लिए अलग-अलग तरह के तेल का उपयोग किया जाता है. तेल का चयन जिस देवी-देवता की कृपा प्राप्त करनी होती है उसके अनुसार किया जाता है. हालांकि, शमी के पौधे के नीचे दीपक जलाने के खास नियम हैं. आइए जानते हैं शमी के नीचे दिया जलाने के लिए किस तेल का उपयोग करना चाहिए.
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शमी के तले कैसे जलाएं दीया
सरसो का तेल
आमतौर पर शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सरसो के तेल (Mustard Oil) से दीया जलाया जाता है लेकिन शमी के पौधे के नीचे सरसो के तेल से दीया जलाने की मनाही होती है. इसके अशुभ प्रभाव हो सकते हैं. इसलिए शमी के पौधे के नीचे सरसो के तेल का दीया नहीं जलाना चाहिए.
तिल का तेल
शमी के पौधे के नीचे दीया जलाने के लिए तिल के तेल का उपयोग करना चाहिए. तिल के तेल को शमी (Shami) के नीचे दीया जलाने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. तिल के तेल से दीया जलाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
शनि दोष से मुक्ति
शमी के पौधे के नीचे तिल के तेल से दीया जलाने से शनि दोष (Shani Dosh) से मुक्ति मिलती है. इससे शनि देव प्रसन्न होकर कृपा करते हैं. इसके साथ ही घर में सुख-समृद्धि में भी वृद्धि होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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