शनि मंदिर में जाकर शनिवार के दिन शनिदेव की प्रतिमा पर सरसों के तेल से अभिषेक करें.
Shani Upay tips : शनि ग्रह ऐसा है जिससे लोग बहुत ज्यादा डरते हैं. इसके पीछे का कारण शनि देव का गुस्सैल स्वभाव होता है. इसलिए लोग चिंतित हो जाते हैं जब ये किसी राशि में प्रवेश करते हैं तो संबंधित राशि वालों के मन में डर पैदा हो जाता है. ऐसे में जनवरी के 17 तारीख को शनिदेव कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं जिसका दुष्प्रभाव कई राशियों पर पड़ेगा. ऐसे में हम आपको यहां पर कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आप बच जाएंगे.
शनि के प्रकोप से कैसे बचें
- शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए आप हर दिन शनि के वैदिक मंत्रों का मंत्रोच्चार करें. ओम शन्नो देवी रभिष्टय आपो भवन्तु पीपतये शनयो रविस्र वन्तुनः, का जप करना चाहिए.
- अथवा बीज मंत्र ओम शं शनैश्चरायै नमः मंत्र का जप करना चाहिए. इसके साथ ही आप शनि शांति का पाठ कर सकते हैं. शनि के मंत्रों का जप और पाठ करने से साढ़ेसाती और ढैय्या का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है.
- शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए आपको हर रोज महामृत्युंजय का जाप करना चाहिए. शिव के इस चमत्कारी मंत्र से कालसर्प दोष दूर होता है. भूत प्रेत की भी बाधा दूर होती है. अकाल मृत्यु का भी भय कम हो जाता है.
- शनि की महादशा से बचने के लिए मकर, कुंभ, मीन, मिथुन, वृश्चिक राशि नहाने वाले पानी में तिल डालकर स्नान करें. वहीं, आप काले तिल से भी स्नान कर सकती हैं. इससे आप पर शनिदेव की कृपा बरसेगी.
- शनि की महादशा से बचने के लिए आप रोजाना पीपल के पेड़ के नीचे दिया जलाएं. इससे बहुत असर पड़ता है आपकी ग्रह दशा पर.
- शनि मंदिर में जाकर शनिवार के दिन शनिदेव की प्रतिमा पर सरसों के तेल से अभिषेक करें. इसके बाद काले तिल, उड़द दाल, नीले कपड़े और फूल आदि अर्पित करें. ऐसा करने से शनि की दशा के अशुभ प्रभाव से आप राहत पा सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं