22 अप्रैल से 21 मई तक चलेगा उज्जैन सिंह्स्थ कुंभ
मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी कहे जाने वाले उज्जैन में अगले वर्ष होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेला की तैयारियां जोरों पर हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पंचक्रोशी मार्ग पर चार स्थानों पर ग्रामीण पर्यटन केंद्र निर्मित किए जा रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस सिंहस्थ कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों और अन्य लोगों की सुविधाओं के मद्देनजर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में पंचक्रोशी मार्ग पर ग्रामीण पर्यटन केंद्र बनाए जा रहे हैं, जो केंद्र जनवरी 2016 में बनकर तैयार हो जाएंगे।
मेला क्षेत्र में बनाए जाएंगे लकड़ी के अस्थाई डिपो
सूत्रों के अनुसार, वन विभाग द्वारा पंचक्रोशी मार्ग पर 61 हजार 434 पौधे रोपित किए गए हैं। वहीं विभाग द्वारा मेला क्षेत्र में लकड़ी के अस्थाई डिपो बनाए जाएंगे। इन डिपो के माध्यम से श्रद्घालुओं को जलाऊ लकड़ी उपलब्ध कराई जाएगी।
मेला आयोजकों की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि मेला क्षेत्र में भूमि आवंटन की प्रक्रिया ऑनलाइन भी की जा रही है। मेला कार्यालय द्वारा भू-खण्ड स्वीकृति की स्थिति की जानकारी भी ऑनलाइन भेजी जा रही है। इसके लिए आवेदक द्वारा अपने आवेदन में ई-मेल आईडी की जानकारी देना आवश्यक है।
आयोजकों के अनुसार, विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा सिंहस्थ मेला क्षेत्र में लगभग शत-प्रतिशत विद्युत खम्बे स्थापित कर दिए गए हैं। मेला क्षेत्र के हर सेक्टर के विद्युत खम्बों का रंग अलग-अलग होगा और प्रत्येक बिजली खम्बे पर नम्बर अंकित किए जाएंगे।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस सिंहस्थ कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों और अन्य लोगों की सुविधाओं के मद्देनजर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में पंचक्रोशी मार्ग पर ग्रामीण पर्यटन केंद्र बनाए जा रहे हैं, जो केंद्र जनवरी 2016 में बनकर तैयार हो जाएंगे।
मेला क्षेत्र में बनाए जाएंगे लकड़ी के अस्थाई डिपो
सूत्रों के अनुसार, वन विभाग द्वारा पंचक्रोशी मार्ग पर 61 हजार 434 पौधे रोपित किए गए हैं। वहीं विभाग द्वारा मेला क्षेत्र में लकड़ी के अस्थाई डिपो बनाए जाएंगे। इन डिपो के माध्यम से श्रद्घालुओं को जलाऊ लकड़ी उपलब्ध कराई जाएगी।
मेला आयोजकों की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि मेला क्षेत्र में भूमि आवंटन की प्रक्रिया ऑनलाइन भी की जा रही है। मेला कार्यालय द्वारा भू-खण्ड स्वीकृति की स्थिति की जानकारी भी ऑनलाइन भेजी जा रही है। इसके लिए आवेदक द्वारा अपने आवेदन में ई-मेल आईडी की जानकारी देना आवश्यक है।
आयोजकों के अनुसार, विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा सिंहस्थ मेला क्षेत्र में लगभग शत-प्रतिशत विद्युत खम्बे स्थापित कर दिए गए हैं। मेला क्षेत्र के हर सेक्टर के विद्युत खम्बों का रंग अलग-अलग होगा और प्रत्येक बिजली खम्बे पर नम्बर अंकित किए जाएंगे।
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