विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From May 14, 2023

Rambha Teej 2023: मई में इस दिन रखा जाएगा रंभा तीज, जानिए व्रत की कथा यहां 

Rambha Teej Vrat: पंचांग के अनुसार मई में रंभा तीज का व्रत रखा जा रहा है. इस व्रत को सुहागिन महिलाएं और कुंवारी लड़कियां भी रखती हैं. 

Read Time: 3 mins
Rambha Teej 2023: मई में इस दिन रखा जाएगा रंभा तीज, जानिए व्रत की कथा यहां 
Rambha Teej Katha: रंभा तीज के व्रत से जुड़ी है यह विशेष कथा. 

Rambha Teej 2023: सालभर में ऐसे बहुत से व्रत पड़ते हैं जिन्हें सुहागिन महिलाएं और कुंवारी लड़किया रखती हैं. इसी तरह का व्रत है रंभा तीज का व्रत (Rambha Teej Vrat) जिसे पति की लंबी आयु के लिए सुहागिनों द्वारा रखा जाता है और कुंवारी लड़कियां इस व्रत को अच्छे वर की चाह में रखती हैं. इस व्रत से रंभा देवी की कथा जुड़ी हुई है. पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह में रंभा तीज का व्रत रखा जाता है. इस साल 22 मई, सोमवार के दिन रंभा तीज का व्रत रखा जाएगा. जानिए इस व्रत से जुड़ी विशेष कथा. 

दादी-नानी का सुझाया यह हेयर पैक सफेद बालों को बना देगा गहरा काला, घर में बस 2 चीजों को मिलाकर कर लें तैयार

रंभा तीज की कथा | Rambha Teej Katha

पौराणिक कथाओं के अनुसार रावण की दो पत्नियां थीं जिनमें पहली पत्नी का नाम मंदोदरी था जोकि राक्षसराज मयासुर की पुत्री थीं. वहीं, रावण की दूसरी पत्नी का नाम धन्यमालिनी. कहा जाता है कि रावण (Ravana) की तीसरी पत्नी भी थीं लेकिन उनका नाम अज्ञात है. वाल्मीकि रामायण के अनुसार रावण मृत्यु उपरांत स्वर्गलोक पहुंचा तो उसे वहां रंभा नामक अप्सरा मिली. रंभा को रावण ने अपनी गिरफ्त में करना चाहा तो रंभा ने उसे यह कहकर नकार दिया की वह रावण की पुत्रवधु के समान है. फिर भी रावण ने रंभा से दुराचार करना चाहा तो नलकुबेर ने रावण को श्राप दिया कि अब कभी भी वह किसी स्त्री को स्पर्श नहीं कर पाएगा और अगर उसने ऐसा दुस्साहस किया तो उसका मस्तक सौ टुकड़ों में उसी समय बंट जाएगा. माना जाता है कि इसके बाद से ही देवी रंभा की पूजा होने लगी.मान्यतानुसार अप्सरा रंभा का जन्म समुद्र मंथन के पश्चात हुआ था. 

रंभा तीज का व्रत शीघ्र फलदायी माना जाता है. रंभा व्रत के दिन बहुत सी महिलाएं संतान प्राप्ति के लिए भी व्रत रखती हैं. इसके अलावा पति की लंबी आयु और अच्छे वर की प्राप्ति के लिए भी इस व्रत को रखा जा सकता है. 

रंभा तीज की पूजा 

महिलाएं इस दिन सुबह उठकर स्नान पश्चात भगवान सूर्य (Surya Dev) के समक्ष दीया प्रजव्वलित करती हैं. इस पूजा के दिन माता लक्ष्मी और माता सती की भी पूजा की जाती है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के साथ ही भगवान गणेश का पूजन भी होता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

सांसद राघव चड्ढा और अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा की सगाई, कई दिग्‍गज पहुंचे

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
देवशयनी एकादशी के दिन योगनिद्रा में चले जाएंगे भगवान विष्णु, जानिए उस समय कौन करेगा जगत का संचालन
Rambha Teej 2023: मई में इस दिन रखा जाएगा रंभा तीज, जानिए व्रत की कथा यहां 
Vinayak Chaturthi 2024 : आज है विनायक चतुर्थी, इन चीजों का भोग लगाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं भगवान गणेश, पूरी करते हैं मनोकामनाएं
Next Article
Vinayak Chaturthi 2024 : आज है विनायक चतुर्थी, इन चीजों का भोग लगाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं भगवान गणेश, पूरी करते हैं मनोकामनाएं
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;