Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha: 22 जनवरी सदा के लिए इतिहास में सुनहरे अक्षरो में दर्ज हो जाएगा. इस दिन अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) समेत देश विदेश के हजारों अतिथि शामिल होने वाले हैं. पूरी अयोध्या (Ayodhya) इस कार्यक्रम के लिए सजधज कर तैयार है. प्रधानमंत्री राम मंदिर के कार्यक्रम के बाद अयोध्या में स्थित कुबेर टीला जा कर भगवान शंकर (Lord Shiva) का दर्शन करेंगे. आइए जानते हैं कुबेर टीला (Kuber Teela) क्यों प्रसिद्ध है…
कुबेर ने की थी शिवलिंग की स्थापना
अयोध्या में स्थित कुबेर टीला पर एक प्राचीन शिव मंदिर है. श्री राम मंदिर के निर्माण के साथ साथ श्रीराम भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस मंदिर का भी पुनरुद्धार करवाया है. मान्यता है कि यहां धन के देवता कुबेर आए थे और टीले पर भगवान शंकर की पूजा के लिए शिवलिंग की स्थापना की थी. यहां मां पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय की भी मूर्तियां हैं.
शिव की बारात
पहले यहां हर वर्ष शिव भगवान की बारात निकलती थी लेकिन 2005 में परिसर पर हुए आतंकी हमले में बाद यह कार्यक्रम बंद कर दिया गया. श्रीराम भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कुबर टीले का पुनरुद्धार करवाया है और यहां जटायु की प्रतिमा लगाई गई है. इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री मोदी करेंगे.
यम नियम का पालन
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यम नियमों का पालन कर रहे हैं. उन्होंने 11 दिन के विशेष अनुष्ठान का भी संकल्प लिया है.
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