Special Coincidence In Pitru Paksha : हिंदू धर्म में पितृपक्ष का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यातों के अनुसार, पितृ पक्ष (Pitru Paksha) के 15 दिनों में पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है. इसके साथ ही उनकी आत्मा की शांति के लिए तर्पण भी किया जाता है. पितृपक्ष पूर्णिमा (Pitru Paksha Purnima) से श्राद्ध आरंभ हो चुके हैं. शुद्ध पितृपक्ष की 21, सितबंर मंगलवार से शुरुआत हो चुकी है. सनातन धर्म के अनुसार, पितृपक्ष में पितरों की पूजा और पिंडदान का विशेष महत्व है. इस साल पितृपक्ष 21 सितंबर से शुरू हो चुके हैं, जो 6 अक्टूबर तक चलेंगे. इस साल 16 दिनों तक चलने वाले पितृ पक्ष (Pitru Paksha) में कई शुभ संयोग बन रहे हैं, जो बेहद कल्याणकारी हैं. इन शुभ योग में तर्पण व पिंडदान करने पितृ दोष से मुक्ति मिलने की मान्यता है. पितृ पक्ष की कुछ तिथियों में 3 खास संयोग बन रहे हैं, जिनका काफी महत्व है.
Pitru Paksha : पितृ पक्ष पर बन रहा है ये खास संयोग
इस कर्म से मिलता है पितरों का आशीर्वाद
शास्त्रों के अनुसार, पितरों को देवता तुल्य माना गया है.बता दें कि पितृपक्ष (Pitru Paksha) के दिनों में पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है. इन दिनों पूर्वजों के लिए शांति की कामना की जाती है. ऐसी मान्यता है कि पितृ पक्ष में पितर पृथ्वी पर अपने परिजनों के पास आते हैं व उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.
Pitru Paksha : इन तिथियों में बन रहे खास संयोग
इन तिथियों पर बन रहे हैं शुभ संयोग
- इस साल सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत योग के साथ रवि योग का शुभ संयोग है.
- पितृ पक्ष में सर्वार्थ सिद्धि योग 21 और 23, 24 व 27, 30 सितंबर तथा 6 अक्टूबर को बन रहा है.
- रवि योग 26 और 27 सितंबर कोहै.
- अमृत सिद्धि योग 27 व 30 सितंबर को बन रहा है.
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