ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पितृ पक्ष (Pitru Paksha) के दौरान कुतप काल में श्राद्ध करना अच्छा रहता है. दिन का आठवां मुहूर्त कुतप काल होता है. इस मुहूर्त में पितरों के निमित्त तर्पण, दान, ब्राह्मण भोजन करवाए जाते हैं. इस समय तर्पण करने से पितृ और देवता दोनों ही प्रसन्न होते हैं.
Pitru Paksha 2022: पितृ पक्ष में इन 5 जीवों को कराएंगे भोजन, तो पितर की आत्मा होगी तृप्त, मिलेगा खूब आशीर्वाद
श्राद्ध की तिथियां | Pitru Paksha Shradh Dates 2022
10 सितंबर शनिवार - पूर्णिमा का श्राद्ध, प्रतिपदा का श्राद्ध
11 सितंबर रविवार - द्वितीया का श्राद्ध
12 सितंबर सोमवार - तृतीया का श्राद्ध
13 सितंबर मंगलवार - चतुर्थी का श्राद्ध
14 सितंबर बुधवार - पंचमी का श्राद्ध
15 सितंबर गुरुवार - षष्ठी का श्राद्ध
16 सितंबर शुक्रवार - सप्तमी का श्राद्ध
17 सितंबर शनिवार- सप्तमी, अष्टमी का श्राद्ध
18 सितंबर रविवार - अष्टमी का श्राद्ध
19 सितंबर सोमवार - नवमी श्राद्ध (इसे मातृ नवमी श्राद्ध भी कहते हैं.)
20 सितंबर मंगलवार - दशमी का श्राद्ध
21 सितंबर बुधवार - एकादशी का श्राद्ध
22 सितंबर गुरुवार - द्वादशी, सन्यासियों का श्राद्ध
23 सितंबर शुक्रवार - त्रयोदशी का श्राद्ध
24 सितंबर शनिवार - चतुर्दशी का श्राद्ध
25 सितंबर रविवार - अमावस्या का श्राद्ध, सर्वपितृ अमावस्या, सर्वपितृ अमावस्या का श्राद्ध, महालया श्राद्ध
Pitru Paksha 2022: पितृ पक्ष में भूल से भी ना करें ये 5 काम, नहीं तो पूर्वज हो जाएंगे नाराज
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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