कश्मीर घाटी में लोगों ने शब-ए-कद्र की रात दरगाहों और मस्जिदों में इबादत की और डल झील के किनारे स्थित हजरत बल दरगाह में सर्वाधिक संख्या में लोग एकत्र हुए.
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों के चलते दो साल बाद घाटी में बड़ी मस्जिदों और दरगाहों में इबादत हुई.
रमजान का महीना अब समापन की ओर है और मुसलमानों ने बृहस्पतिवार की रात पूरी घाटी में मस्जिदों और दरगाहों में नमाज़ अदा की और कुरान पढ़ी.
अधिकारियों ने कहा कि हज़ारों मुस्लिम श्रद्धालु हजरतबल और घाटी की अन्य मस्जिदों तथा दरगाहों में एकत्र हुए, जिनमें दस्त-ए-गीर साहिब और सैयद याकूब शाह दरगाह भी शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि हालांकि यहां शहर के नौहट्टा इलाके में ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में सामूहिक नमाज नहीं हुई.
अधिकारियों कहा कि संबंधित मस्जिद के प्रबंध निकाय को सूचित किया गया था कि शब-ए-कद्र और जुमा-तुल-विदा (रमजान के आखिरी शुक्रवार) की नमाज वहां नहीं होगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं