अंकित श्वेताभ: भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की पूजा करने वाले लोग उन्हें लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) कहकर बुलाते हैं. बाल गोपाल को हमेशा साथ लेकर कहीं भी जाते हैं और उनकी सेवा अपने ही बच्चे की तरह करते हैं. हिन्दू मान्यता के अनुसार बाल गोपाल की पूजा और सेवा (Puja and Sewa) करने से जातक के घर में सुख-शांति बनी रहती हैं और जीवन की सारी परेशानियां (Life related Problems) दूर होती हैं. लड्डू गोपाल की सेवा करने वाले लोगों को खास ध्यान रखना चाहिए की वो किसी भी समय अकेले ना रहें. उनकी सेवा और पूजा से जुड़े ऐसे ही कुछ और खास नियम ये हैं.
लड्डू गोपाल पूजा नियम (Important Niyam for Laddu Gopal Puja)
1. कभी अकेला ना छोड़ेभगवान कृष्ण के बाल रूप की पूजा करने वाले लोगों को ये खास ध्यान रखना चाहिए की वो कभी अकेले (Left Alone) ना रहे. घर से बाहर कहीं भी जाने के लिए उन्हें साथ लेकर जाना जरूरी होता है.
क्या है इसके पीछे की वजह
भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप को ही लड्डू गोपाल माना जाता हैं. उनकी सेवा और पूजा एक छोटे बच्चे (New Born Baby) की तरह ही होती है. जिस तरह किसी छोटे बच्चे को घर में अकेला नहीं छोड़ा जाता हैं उसी तरह लड्डू गोपाल को भी अकेला नहीं छोड़ा जाना चाहिए.
लड्डू गोपाल को नियमित रूप से रोज स्नान (Bathing) कराना चाहिए. ये उनकी पूजा के लिए बहुत शुभ माना जाता हैं और इससे उनकी कृपा आपके उपर हमेशा बनी रहती हैं. उन्हें नहलाने के लिए सीधे पानी गिराने की जगह एक शंख का उपयोग करें.
3. रोज करें तैयारजिस तरह से रोज किसी बच्चे को नहलाकर आप कपड़े पहनाते हैं और उसे तैयार करते हैं, उसी तरह लड्डू गोपाल को भी नियमित रूप से नहलाने के बाद साफ और धुले हुए वस्त्र पहनाकर उनका विधिवत श्रृंगार करें.
नियम और मान्यता के अनुसार पूरे दिन में लड्डू गोपाल को 4 बार जरूर भोग (Bhog) लगाना चाहिए. काजू-किश्मिश के साथ आप उन्हें खाने के समय पर सात्विक भोजन का भोग भी लगा सकते हैं. ध्यान रखें कि उनके किसी भी भोग में प्याज या लहसून जैसी चीजें ना डली हो.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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