प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले (Kumbh Mela) में 1 फरवरी को एक और विश्व रिकार्ड दर्ज किया गया. कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 1 में हजारों की संख्या में 8 घंटे तक लगातार छात्र-छात्राएं और आम नागरिकों ने पेंटिंग वॉल पर अपने हाथों के रंग-बिरंगे छाप से 'जय गंगे' थीम की पेंटिंग बनाई. इस दौरान गिनीज विश्व बुक रिकार्ड के निर्णायक मंडल के प्रमुख ऋषिनाथ की टीम ने पूरे कार्यक्रम की मॉनिटरिंग में लगे रहे. हस्तलिपि कार्यक्रम में स्कूलों के विद्यार्थी सहित संस्थाओं के वालिंयटर्स ने भी भाग लिया.
मेला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, "इसके पहले सियोल (साउथ कोरिया) में 4675 लोगों के एक वाल पर पेंटिंग करने का रिकॉर्ड था."
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मंडलायुक्त (कमिश्नर) आशीष गोयल ने बताया कि "माई पेंट सिटी योजना के अंतर्गत पूरे प्रयागराज शहर के चौराहों, पुलों, भवनों आदि को कलाकृतियों से सजाया गया है." इस अभियान में लगे सभी छह हजार कलाकार 1 फरवरी को गंगा पंडाल में कैनवास पर पेंटिंग की. हर गतिविधि गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में पूरी हुई."
उन्होंने बताया कि "शटल बसों के संचालन में विश्व कीर्तिमान स्थापित करने के बाद अब हस्तलिपि चित्रकारी में भी विश्व कीर्तिमान का प्रयास किया गया है."
गौरतलब है कि इसके पहले 28 फरवरी को एक साथ 510 बसों का एक ही रूट पर संचालन करके विश्व रिकॉर्ड कायम किया गया और अब एक साथ हजारों की संख्या में पेंटिग करवाकर एक नया रिकॉर्ड गिनीज बुक में दर्ज करवाया गया.
आज कुम्भ 2019 में बनने जा रहा है हस्त चित्रकारी के लिए सर्वाधिक व्यक्तियों के योगदान का विश्व रिकॉर्ड। इस एतिहासिक अवसर पर कुम्भ मेला क्षेत्र के गंगा पंडाल में भाग लेने आए सभी प्रतिभागियों का उत्साह देखने योग्य है। pic.twitter.com/eRGwooWjLV
— Kumbh (@PrayagrajKumbh) March 1, 2019
VIDEO: कुंभ की कहानी: देखें, NDTV की ग्राउंड रिपोर्ट
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