
kinnar ko kya dena chahiye: लोकमान्यता के अनुसार किन्नरों के भीतर असीम शक्ति होती है और यदि किसी को वो सच्चे मन से अपना आशीर्वाद (Blessings) दे दें तो व्यक्ति की किस्मत बदलने में देर नहीं लगती है. यही कारण है कि तमाम मांगलिक अवसरों पर यदि किन्नर (Kinnar) नेग मांगने के लिए पहुंचते हैं तो लोग उन्हें कभी निराश नहीं करते बल्कि उनका स्वागत करते हुए अपने सामर्थ्य के अनुसार धन, अन्न और वस्त्र देकर आशीर्वाद ग्रहण करते हैं.
किन्नरों को अक्सर आप भी कभी न कभी चौक-चौराहे आदि पर कुछ न कुछ दान (Daan) किए होंगे, लेकिन क्या आपको मालूम है कि किन्नरों को दिया गया कौन सा दान सुख-सौभाग्य का और कौन सा दान (Donation) दुर्भाग्य का कारण बनता है. आइए किन्नरों से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को विस्तार से जानते हैं.
1. तब काम करता है गुडलक वाला सिक्का
अक्सर लोगों की ख्वाहश होती है कि उन्हें किन्नरों के आशीर्वाद के साथ एक लकी सिक्का (Kinnar Lucky Coin) भी मिल जाए. कई बार उन्हें इसके लिए उन पर दबाव भी बनाते हैं, लेकिन जान लीजिए किन्नरों से मिले सिक्के का शुभ प्रभाव तभी है जब वे खुद अपनी खुशी से आपको इसे आशीर्वाद स्वरूप प्रदान करें. हिंदू मान्यता (Hindu Belief) के अनुसार किन्नरों से मिले सिक्के को धन स्थान पर रखने पर गुडलक काम करता है और कभी भी रुपये-पैसे की कमी नहीं होती है.

2. बुध को बली बनाता है किन्नर का ये उपाय
ज्योतिष के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह ( Mercury Planet) कमजोर होकर करियर-कारोबार आदि के लिए हानिकारक साबित हो रहा हो, उसे बुधवार के दिन विशेष रूप से किन्नरों को हरे रंग के कपड़े, हरे रंग के फल, और हरे रंग की चूड़िया और धन आदि का दान करना चाहिए. मान्यता है कि बुधवार के दिन किन्नरों का दान (Kinnaron ka Daan) बुध से जुड़े दोष को दूर करके उसके शुभ फल को दिलाता है.
3. तब मंगल होंगे सारे काज
यदि आपके घर में अक्सर मांगलिक कार्यों में बाधाएं आती रहती हैं तो आपको बुधवार के दिन किसी किन्नर की ढोलक की पूजा करके अपनी श्रद्धा अनुसार नेग देना चाहिए. मान्यता है कि किन्नरों के आशीष से शुभ कार्यों में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है और सारे मांगलिक कार्य बगैर किसी बाधा के मनचाहे तरीके से पूर्ण होते हैं.
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4. किन्नरों को कभी न करें इन चीजों का दान
किन्नरों को जहां धन, वस्त्र और अन्न आदि के दान करने पर पुण्यफल की प्राप्ति होती है, वहीं कुछ चीजों का दान पुण्य (Punya) की बजाय महापाप (Paap) का कारण बनता है. हिंदू मान्यता के अनुसार कभी भूलकर भी किन्नरों को स्वयं के पहने हुए अथवा किसी मृत व्यक्ति के कपड़े और प्रयोग में लायी गई श्रृंगार सामग्री दान में नहीं देना चाहिए. इसी प्रकार किन्नरों को कभी भूलकर भी बचा हुआ या फिर जूठा भोजन दान में नहीं देना चाहिए. लोकमान्यता के अनुसार किन्नरों को प्लास्टिक से बने पात्र, झाड़ू, तेल आदि के दान की भी मनाही है.
5. तब नहीं मिलता दान का शुभ फल
समाज में रहने वाले थर्ड जेंडर या फिर कहें किन्नर समुदाय को ईश्वर द्वारा विशेष स्वरूप प्राप्त होता है. ऐसे में जब कभी भी वे आपके दरवाजे पर आएं या फिर किसी चौक-चौराहे पर मिलें तो कुछ भी दान देते समय उनका मजाक न उड़ाएं और न ही उनका अपमान करें. ध्यान रखें कि किन्नरों को उचित सम्मान और आदर देने पर ही उनका विशेष आशीर्वाद मिलता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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