
Kartik Amavasya 2025 Remedies: हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन, प्रत्येक तिथि, प्रत्येक मास और पर्व का अपना एक अलग ही धार्मिक महत्व होता है. यदि बात करें कार्तिक मास की तो आज उदया तिथि के अनुसार आज उसकी अमावस्या है. जिसे स्नान-दान आदि कार्यों के लिए बेहद पुण्यदायी माना गया है. हिंदू मान्यता के अनुसार आज किसी पवित्र जल तीर्थ पर स्नान करने और अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करने पर अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. आइए कार्तिक मास की अमावस्या का धार्मिक महत्व समझते हुए जानते हैं कि आज क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए.
कितने बजे तक है अमावस्या
हिंदू धर्म में जिस कार्तिक मास को अत्यंत ही शुभ और पुण्यदायी माना गया है, उसकी अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर 2025, सोमवार को दोपहर 03:44 बजे से प्रारंभ होकर आज दिनांक 21 अक्टूबर 2025 को शाम के समय 05:54 बजे तक रहेगी. आज अभिजित मुहूर्त सुबह 11:43 से लेकर दोपहर 12:28 बजे तक रहेगा.
कार्तिक अमावस्या में क्या करें
- हिंदू मान्यता के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन गंगा, यमुना, गोदावरी जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. ऐसे में इस पुण्य की प्राप्ति के लिए आज यदि संभव हो तो जल तीर्थ पर जाकर स्नान करें.
- यदि नदी तीर्थ आदि पर जान न संभव हो तो घर में इन नदियों का जल नहाने के पानी में मिलाकर या फिर इन नदियों का ध्यान करते हुए स्नान करें.

- कार्तिक मास की अमावस्या का पुण्यफल पाने के लिए व्यक्ति को आज जरूरतमंद लोगों को यथासंभव अन्न, वस्त्र और धन आदि का दान करना चाहिए. कार्तिक अमावस्या के दिन काली चीजों जैसे काला कंबल, काला तिल, काले जूते, काले रंग का साल आदि का दान करना विशेष फलदायी माना गया है.
- आज के दिन काली चीटियों को आटे में शक्कर मिलाकर डालना चाहिए और किसी जल स्थान पर जाकर मछलियों को आटे की गोली खाने के लिए डालनी चाहिए. इस उपाय को करने से व्यक्ति के जीवन से जुड़ी समस्याएं खत्म होती हैं.
कार्तिक अमावस्या पर भूलकर न करें ये काम
- कार्तिक मास की अमावस्या के दिन पितरों की संतुष्टि के लिए दान और पूजन करना चाहिए. यह दिन उनका आशीर्वाद पाने का दिन होता है. ऐसे में आज भूलकर भी उनकी आलोचना न करें अन्यथा पितृ दोष लगता है.
- अमावस्या के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए और न ही गंदे कपड़े पहनना चाहिए. अमावस्या के दिन काले रंग के कपड़े भी नहीं पहनने चाहिए.
- अमास्या के दिन बाल, नाखून आदि नहीं कटवाना चाहिए. हिंदू धर्म में इसे दोष माना जाता है.
- अमावस्या के दिन किसी के साथ वाद-विवाद नहीं करना चाहिए.
- अमावस्या के दिन किसी निर्जन स्थान पर नहीं जाना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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