कैलाश मानसरोवर यात्रा 2018: यात्रियों के नामों के लिए कंप्यूटर के जरिए ड्रॉ निकाला गया
नई दिल्ली:
कैलाश मानसरोवर यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra 2018) के लिए चुने गए तीर्थयात्रियों के नाम की घोषणा कर दी गई है. ड्रॉ कंप्यूटर की मदद से निकाले गए थे. इस साल की तीर्थयात्रा के लिए निकाले गए ड्रॉ की अध्यक्षता विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की.
इस साल नाथू ला मार्ग से फिर शुरू होगी कैलाश मानसरोवर यात्रा
इस मौके पर सुषमा स्वराज ने कहा, 'जिन लोगों का नाम कंप्यूटरीकृत ड्रॉ में आया है उन्हें एसएमएस और ईमेल के जरिए भी सूचित किया जाएगा. ड्रॉ के बाद तीर्थयात्री अपने जत्थे के बदलाव के लिए ऑनलाइन या कॉल कर अनुरोध कर सकते हैं.'
कैलाश मानसरोवर यात्रा आठ जून से शुरू हो रही है, जो चार महीनों तक चलेगी. आवेदकों की अपने परिवार के सदस्यों को लेकर चिंता को देखते हुए परिवार के चार सदस्य भी उसी जत्थे में जा सकेंगे.
पिछले साल की तरह ही इस बार भी पहली बार आवेदन कर रहे लोगों, डॉक्टरों और मैरिड कपल्स को प्राथमिकता दी जाएगी.
गौरतलब है कि यात्रा के दौरान 60-60 तीर्थयात्रियों वाले 18 जत्थे लीपूलेख मार्ग से जाएंगे, जबकि 50-50 तीर्थयात्रियों वाले 10 जत्थे नाथू ला मार्ग से जाएंगे. नाथू ला मार्ग को ज्यादा दुर्गम माना जाता है.
इस साल नाथू ला मार्ग से फिर शुरू होगी कैलाश मानसरोवर यात्रा
इस मौके पर सुषमा स्वराज ने कहा, 'जिन लोगों का नाम कंप्यूटरीकृत ड्रॉ में आया है उन्हें एसएमएस और ईमेल के जरिए भी सूचित किया जाएगा. ड्रॉ के बाद तीर्थयात्री अपने जत्थे के बदलाव के लिए ऑनलाइन या कॉल कर अनुरोध कर सकते हैं.'
कैलाश मानसरोवर यात्रा आठ जून से शुरू हो रही है, जो चार महीनों तक चलेगी. आवेदकों की अपने परिवार के सदस्यों को लेकर चिंता को देखते हुए परिवार के चार सदस्य भी उसी जत्थे में जा सकेंगे.
पिछले साल की तरह ही इस बार भी पहली बार आवेदन कर रहे लोगों, डॉक्टरों और मैरिड कपल्स को प्राथमिकता दी जाएगी.
गौरतलब है कि यात्रा के दौरान 60-60 तीर्थयात्रियों वाले 18 जत्थे लीपूलेख मार्ग से जाएंगे, जबकि 50-50 तीर्थयात्रियों वाले 10 जत्थे नाथू ला मार्ग से जाएंगे. नाथू ला मार्ग को ज्यादा दुर्गम माना जाता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं