
आपको बता दें कि श्री बैद्यनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है.
Baidyanath temple : अगर आप शादी-शुदा जिंदगी में दुखी हैं और इसका समाधान ढूढ़ रहे हैं तो फिर आपके लिए हम यहां पर एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आपकी शादी-शुदा जिंदगी फिर से जीवंत हो जाएगी. जी हां, हम यहां पर आपको झारखंड के बाबा वैद्यनाथ मंदिर में होने वाले गठबंधन पूजा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें आप शामिल होते हैं, तो फिर आपके विवाह में चल रही दिक्कतें दूर हो सकती हैं. तो आइए जानते हैं उस मंदिर का नाम और गठबंधन परंपरा के बारे में...
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वैद्यनाथ गठबंधन परंपरा - Vaidyanath alliance tradition
- देवघर में, एक पवित्र अनुष्ठान होता है जहां पति और पत्नी शिव और पार्वती के मंदिरों के बीच एक लाल धागा बांधते हैं, जो उन्हें मजबूती से टिके रहने और नई शुरूआत की शक्ति प्रदान करता है.
- कई लोगों का कहना है कि जब कुछ भी काम नहीं आया तो इस गठबंधन ने उनकी शादी को बचा लिया. यह सिर्फ एक प्रार्थना नहीं है. यह एक वादा है.
- आपको बता दें कि श्री बैद्यनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. सबसे अद्भुत बात यह है कि यहां शिव अकेले नहीं, बल्कि अपने शिवत्व के साथ विराजमान हैं. अपनी पूरी शक्ति को समेटे हुए वे यहां विराजमान हैं.
- पुराणों के अनुसार यहां सती का हृदय गिरा था, इसलिए इसका महत्व बहुत बढ़ जाता है. सती के हृदय के पास स्थित भगवान शिव शक्ति से संपन्न हैं. आपको बता दें कि यह शक्तिपीठ बैद्यनाथ धाम में मुख्य मंदिर के सामने है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)