14 अप्रैल को बैसाखी (Baisakhi) का पर्व मनाया जाएगा. यह पर्व सिखों के नए साल के तौर पर ही नहीं बल्कि इस दिन उनके अंतिम गुरु गोबिंद सिंह (Guru Gobind Singh) ने खालसा पंथ की स्थापना भी की थी. इस वजह से सिखों के लिए और भी महत्वपूर्ण है. गुरुद्वारों को सजाने के साथ-साथ इस दिन नगर कीर्तन किए जाते हैं. ढोल पर लोग भांगड़ा करते हैं. वहीं, पंजाब और हिमाचल में यह दिन रबी फसल के पकने का दिन भी है. बैसाखी के दौरान रबी की फसल पककर तैयार हो जाती है, जिसका जश्न पूरे इलाके में मनाया जाता है. तो इतने खास पर्व को ऐसे ही ना जानें दें, बल्कि यहां दिए गए मैसेजेस से सभी को बैसाखी की बधाई दें.
Baisakhi 2019: क्यों मनाई जाती है बैसाखी? जानिए महत्व और खालसा पंथ का इतिहास
सुनहरी धूप बरसात के बाद,
थोड़ी सी ख़ुशी हर बात के बाद,
उसी तरह हो मुबारक आपको,
ये नई सुबह कल रात के बाद
Happy Baisakhi
बैसाखी आई, साथ में ढेरों खुशियां लाई,
तो भंगड़ा पाओ और सब मिलकर खुशी मनाओ..!
हैप्पी बैसाखी 2018
नच ले, गा ले हमारे साथ,
आई है बैसाखी खुशियों के साथ,
मस्ती में झूम और खीर पूड़ी खा,
और न कर तू दुनिया की परवाह,
बैसाखी मुबारक हो!!
सुबह-सुबह उठ के हो जाओ फ्रेश,
पहन लो आज सबसे अच्छा सा कोई ड्रेस,
दोस्तों के साथ अब चलो घूमने,
वैसाखी की दो शुभकामनाएं जो आए सामने,
तुमको भी बैसाखी की लख लख बधाई!!!
तुस्सी हंसदे ओ सानू हंसान वास्ते
तुस्सी रोन्ने ओ सानूं रुआण वास्ते
इक वार रुस के ते विखाओ सोणेयो
मर जावांगे तुहाणूं मनान वास्ते
बैसाखी दा दिण है खुशियां मणान वास्ते
Happy Baisakhi
बैसाखी आई, साथ में ढेर सारी खुशियां लाई,
तो भंगड़ा पाओ, और सब मिलकर खुशी मनाओ..!
हैप्पी बैसाखी 2019
खालसा मेरो रूप है ख़ास,
खालसे मैं करूं निवास,
खालसा मेरो मुख है अंग,
खालसे के होऊं सदा सदा संग..!
बैसाखी की लख लख बधाई!!!
ओह खेतां दी महक,
ओह झूमरां दा नचना,
बड़ा याद आउंदा है,
तेरे नाल मनाया होया हर साल याद औंदा है,
दिल करदा है तेरे कोल आके वैसाखी दा आनंद लै लां,
की करां काम्म दी मजबूरी,
फिर वी दोस्त तू मेरे दिल विच रेहंदा हैं!
Happy Baisakhi!!!
खुशिया हो OverFlow,
मस्ती कभी न हो Low,
अपना सुरूर छाया रहे,
दिल में भरा प्यार रहे,
शोहरत की हो बौछार,
ऐसा आए आपके लिए Baisakhi का त्योहार..!
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