Angry Lakshmi Maa: इन कामों को करने पर क्रोधित हो सकती हैं महालक्ष्मी.
Goddess Lakshmi: शायद ही कोई व्यक्ति होगा जो मां लक्ष्मी की कृपा नहीं चाहेगा. मां लक्ष्मी को धन की देवी भी कहा जाता है. मान्यता है कि महालक्ष्मी की पूजा-आराधना करने से घर में सुख-समृद्धि आती है. लेकिन, लोग मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) को प्रसन्न करने के लिए तो तरह-तरह के कार्य करते हैं पर उन बातों का ध्यान रखना भूल जाते हैं जो मां लक्ष्मी को बिल्कुल भी प्रिय नहीं हैं और उन्हें क्रोधित कर सकती हैं. निम्न ऐसी ही बातों का जिक्र किया जा रहा है जिन्हें मान्यताओं के मुताबिक सूर्यास्त (Sunset) होने के बाद नहीं करना चाहिए वर्ना मां लक्ष्मी रूठकर घर से जा सकती है.
सूर्यास्त के बाद ना करने वाले काम
- सूर्यास्त हो जाने के बाद घर में झाड़ू लगाने की सलाह नहीं दी जाती है. पौराणिक कथाओं और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने का अर्थ घर से लक्ष्मी को विदा करने जैसा होता है. इस चलते झाड़ू लगाने की मनाही होती है.
- एक और मान्यता यह है कि सूर्यास्त होने के बाद पड़ोसी को दूध नहीं दिया जाता. इससे मां लक्ष्मी के क्रोधित होने की आशंका रहती है.
- दही के विषय में भी यह कहा जाता है कि सूरज डूब जाने के बाद किसी और व्यक्ति को दही (Curd) का दान नहीं दिया जाता. इससे व्यक्ति की अपनी खुशहाली पर प्रभाव पड़ता है. यह केवल मान्यता है, इसे तथ्य नहीं कहा जा सकता.
- रुपयों को साक्षात मां लक्ष्मी से जोड़कर देखा जाता है. इस चलते सूर्यास्त के बाद किसी को पैसे (Money) देने का अर्थ मां लक्ष्मी को अपने घर से निकालना समझा जाता है.
- इसके अलावा पौधों को तोड़ना या फिर सूर्यास्त के बाद पौधे की पत्तियां तोड़ने को अच्छा नहीं मानते. रात के समय को पौधों के सोने का समय कहते हैं और ऐसा करने पर मां लक्ष्मी क्रोधित हो सकती है.
- धर्मशास्त्रों के अनुसार घर के द्वार पर सूर्यास्त के बाद नहीं बैठना चाहिए. इससे मां लक्ष्मी के क्रोधित होने की संभावना रहती है और माना जाता है कि वे दरवाजे तक आकर भी लौट जाती हैं.
- आखिर में सूर्यास्त के बाद तुलसी की पूजा (Tulsi Puja) वर्जित मानी जाती है. तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में तुलसी मां कहते हैं और यह मान्यता है कि तुलसी भगवान विष्णु की प्रिय हैं और भगवान विष्णु लक्ष्मी मां के पति. इस चलते रात हो जाने पर तुलसी के पौधे पर जल चढ़ाकर उनकी तंद्रा भंग नहीं की जाती.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं