Dev Diwali 2025 Puja Remedies: सनातन परंपरा में कार्तिक मास की अमावस्या यानि दीपावली के ठीक 15 दिन बाद दीयों का महापर्व एक बार फिर मनाया जाता है. फर्क सिर्फ इतना होता है कि यह दिवाली आम आदमी की नहीं बल्कि देवताओं की होती है. यही कारण है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि पर मनाए जाने वाले इस महापर्व को देव दीपावली के नाम से जाना जाता है. इस साल यह पावन पर्व 05 नवंबर 2025, बुधवार के दिन मनाया जाएगा. आइए जानते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा या फिर कहें देव दीपावली वाले दिन किन उपायों को करने पर सुख-समृद्धि की कामनाएं पूरी और पुण्यफल की प्राप्ति होती है.
- 1. सनातन परंपरा में विभिन्न पर्वों में तमाम तरह के जल तीर्थ पर जाकर स्नान करने का बहुत महत्व माना गया है. ऐसे में देव दीपावली वाले दिन व्यक्ति को पुण्यफल पाने के लिए गंगा, यमुना या फिर किसी अन्य जल तीर्थ पर जाकर प्रात:काल स्नान करना चाहिए.

- 2. हिंदू धर्म में भगवान तुलसी जी को विष्णु प्रिया कहा जाता है. मान्यता है कि भगवान विष्णु को तुलसी बहुत ज्यादा प्रिय है. ऐसे में देव दीपावली के दिन भगवान श्री विष्णु को पूजा में विशेष रूप से तुलसी जरूर अर्पित करें. देव दिवाली के दिन श्री हरि को प्रसन्न करने के लिए आप उन्हें तुलसी के पत्तों से बनी विशेष माला अर्पित करके उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. यदि यह न संभव हो पाए तो तुलसी दल अवश्य उन्हें चढ़ाएं.
- 3. हिंदू धर्म में तमाम पर्वों का पुण्यफल पाने के लिए स्नान की तरह दान का भी विशेष महत्व माना गया है. ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा या फिर कहें देव दीपावली वाले दिन स्नान और विधि-विधान से पूजन करने के बाद व्यक्ति को जरूरतमंद व्यक्ति को फल, अन्न, धन और वस्त्र आदि का दान करना चाहिए. मान्यता है कि देव दीपावली के दिन किया जाने वाला दान कई गुना फल प्रदान करने वाला होता है.

- 4. देव दीपावली के दिन विभिन्न प्रकार के दान के साथ दीपदान का नियम है. इसके लिए शाम के समय किसी जल तीर्थ पर जाकर विशेष रूप से 11, 21, 51 या 108 दीया जलाने की परंपरा है. यदि नदी तीर्थ पर न जा सकें तो अपने घर की उत्तर दिशा में दीया जलाएं. मान्यता है कि इस दिन दीये जलाने पर व्यक्ति पर देवी-देवताओं का पूरा आशीर्वाद बरसता है और उसे सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
- 5. देव दीपावली के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए उनके स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. हिंदू मान्यता है कि देव दिवाली के दिन कनक धारा स्तोत्र का पाठ करने पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे पैसों की तंगी दूर होती है और पूरे साल घर में धन-धान्य भरा रहता है. इसी प्रकार देव दिवाली के दिन भगवान विष्णु की पूजा में श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से लक्ष्मी और नारायण दोनों का आशीर्वाद बरसता है और पूरे साल सुख-सौभाग्य बना रहता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं