Deepawali pujan shubh muhurat : आज दीपोत्सव यानि दीपावली का त्योहार है. आपको बता दें कि यह पर्व हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि (Amavasya tithi 2023) को मनाया जाता है. इस दिन भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है. ऐसे में इस बार लक्ष्मी पूजन (Lakshmi pujan) का शुभ मुहूर्त क्या है, आर्टिकल में बताने वाले हैं. साथ ही आपको मंत्र और आरती के बारे में भी बताएंगे.
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दीवाली पूजन शुभ मुहूर्त | Diwali puja auspicious time
इस साल दीपावली पूजा का शुभ मुहूर्त 5 बजकर 40 मिनट से लेकर 7 बजकर 36 मिनट तक रहेगा. इस मुहूर्त में पूजा करके आप सुख-समृद्धि की कामना कर सकते हैं.
लक्ष्मी मंत्र
1- ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः:।।
2- ऊँ श्रीं क्लीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
3- ऊँ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:। ।
4- श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा।
5- ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:
लक्ष्मी आरती | Lakshmi Arti
ओम जय लक्ष्मी माता॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता।
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता।
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता।
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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